
अनुराधा पासवान ने 7 महीनों में 25 फर्जी शादियां कीं.
भोपाल से अनुराधा को गिरफ्तार किया गया.
महाराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की एक लड़की ने मध्य प्रदेश में तहलका मचा कर रख दिया है. 25 दूल्हों के साथ शादी रचाने वाली लुटेरी दुल्हन अनुराधा पासवान को लेकर सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं. अब उसके ससुर ने उसकी पोल पट्टी खोल दी है. ससुर का कहना है कि अनुराधा और उनके बेटे में पहले प्यार हुआ फिर शादी. मगर, अब बेटा जिंदा भी है या नहीं कुछ नहीं पता. आइए बताते हैं पूरा माजरा…
सात महीने में 25 बार बदला मूड, अय्याश दुल्हनियां के ससुर ने खोली पोल
लुटेरी दुल्हन के ससुर ने खोली पोल.
अनुराधा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुई बाजार की रहने वाली है. कुछ साल पहले तक अनुराधा एक सामान्य युवती थी, जो एक अस्पताल में काम करती थी. उस समय वह विशाल पासवान नाम के युवक के साथ प्यार में थी. साल 2018 में दोनों ने लव मैरिज की थी और शादी के बाद साथ रहने लगे. शादी के बाद तीन साल तक दोनों साथ रहे, लेकिन साल 2021 में ससुराल वालों से झगड़ा हुआ, जिसके बाद परिवार से अलग हो गए. दोनों परिवार से नाता तोड़कर कहीं चले गए.
7 महीने में की 25 शादियां, सब फर्जी निकलीं
अब विशाल के पिता ने बताया कि तभी से उन्होंने बेटे-बहू से सभी संबंध समाप्त कर दिए थे. जब भोपाल से अनुराधा की गिरफ्तारी हुई, तब उसके ससुराल वालों को पता चला कि वह वहां रह रही थी. जांच में खुलासा हुआ कि अनुराधा ने पिछले 7 महीनों में 25 शादियां की थीं. हर बार वह शादी करके कुछ दिन तक पति के साथ रहती और फिर घर से नकदी, गहने और कीमती सामान लेकर फरार हो जाती.
पुलिस के मुताबिक, अनुराधा को अब दूल्हों को लूटने में मजा आने लगा था. वह हर बार नई जगह जाती, नया नाम अपनाती और किसी दलाल के जरिए शादी कर लेती.
पहला मामला दर्ज हुआ सवाई माधोपुर में
अनुराधा के खिलाफ पहला केस राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के मानटाउन थाने में दर्ज हुआ. यहां 3 मई को विष्णु शर्मा नामक व्यक्ति ने थाने में रिपोर्ट दी कि कुछ लोगों ने उसे मनपसंद दुल्हन से शादी करवाने का वादा किया. पप्पू मीणा और सुनीता नामक दलालों ने उसे अनुराधा की फोटो दिखाई और 2 लाख रुपये लेकर 20 अप्रैल को विवाह करवा दिया. शादी के मात्र दो दिन बाद, 2 मई की रात को अनुराधा जेवर, नकदी और मोबाइल लेकर फरार हो गई.
ग्राहक बनकर की प्लानिंग
मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई. एएसआई मीठालाल यादव को अनुराधा के भोपाल में होने की जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस भोपाल पहुंची और एक कांस्टेबल को ग्राहक बनाकर दलालों से संपर्क कराया. दलाल ने जब लड़कियों की फोटो दिखाई, तो पुलिस ने पहचान कर अनुराधा और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार लोगों में भोपाल के रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव और कई शामिल हैं.
2 से 5 लाख में तय होता था ‘शादी का सौदा’
भोपाल में चल रहे इस गिरोह का तरीका काफी संगठित था. दलाल मोबाइल पर फोटो दिखाकर ग्राहक से संपर्क करते थे और शादी करवाने का झांसा देते थे. शादी का सौदा 2 से 5 लाख रुपये में तय होता था. एक बार जब सौदा पक्का हो जाता, तो कोर्ट में एग्रीमेंट के जरिए फर्जी विवाह करवाया जाता था. शादी के कुछ दिन बाद अनुराधा घर में मौका देखकर सारा कीमती सामान लेकर भाग जाती थी और फिर दूसरी जगह जाकर नए शिकार की तलाश शुरू करती.
विष्णु के बाद गब्बर को बनाया निशाना
मानटाउन से फरार होने के बाद अनुराधा ने भोपाल के पन्ना खेड़ी इलाके में रहने वाले गब्बर नामक व्यक्ति से 2 लाख रुपये लिए और उसके साथ रहना शुरू कर दिया. गब्बर को भी यही समझाया गया था कि वह उसकी पत्नी है.
ससुर बोले– बेटे विशाल की कोई खबर नहीं
अनुराधा की गिरफ्तारी के बाद उसके ससुर रामभवन पासवान ने बताया कि 2018 में विशाल और अनुराधा ने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी की थी. दोनों शादी के बाद कहीं बाहर चले गए और उन्होंने घर-परिवार से नाता तोड़ लिया. रामभवन ने बताया, “हमें नहीं पता कि आज वो लोग कहां हैं. विशाल ने कभी फोन तक नहीं किया. आज वह जिंदा भी है या नहीं, इसका भी कोई पता नहीं है. हमने भी कभी जानने की कोशिश नहीं की.”
पुलिस ने कहा– सख्त कार्रवाई होगी
सवाई माधोपुर पुलिस ने अनुराधा और उसके गिरोह के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस जांच जारी है, और अन्य पीड़ितों की जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस का मानना है कि अनुराधा और उसका गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर फर्जी विवाह और ठगी की घटनाओं में शामिल हैं. अब तक की जांच में 25 से अधिक पीड़ित सामने आए हैं.