हल्द्वानी हिंसा के बाद से ही अब्दुल मलिक फरार था। हिंसा के 16 दिन बाद पुलिस ने मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान अब्दुल मलिक ने सात राज्यों की सीमा लांघी। नौ फरवरी की रात दिल्ली में था जिसके बाद उसने गुजरात, मुंबई, चंड़ीगढ़ व भोपाल में जाकर छिप गया था।
आठ फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में उपद्रव के बाद अब्दुल मलिक हल्द्वानी से सीधे दिल्ली भागा। जिसके बाद नौ फरवरी को भी वो दिल्ली में ही रहा। इसके बाद लो दिल्ली से गुजरात गया। फिर उसने मुंबई, चंड़ीगढ़ व भोपाल में जाकर छिप गया था। मिली जानकारी के मुताबिक ये पूरा सफर उसने कार से ही किया था।
गुजरात, मुंबई व भोपाल में रिश्तेदारों के यहां ली शरण
बताया जा रहा है कि गुजरात, मुंबई और भोपाल में अब्दुल मलिक ने अपने रिश्तेदारों के यहां शरण ली। बताया जा रहा है कि गुजरात, मुंबई व भोपाल में मलिक की रिश्तेदारी है। इसके साथ ही तीनों राज्यों में उसका खुद का भी साम्राज्य है। इसलिए आसानी से वो कुछ दिन मुंबई व भोपाल में छिपा रहा। लेकिन जब पुलिस ने उसके करीबियों व संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई तो उसे लगा कि वो पकड़ा जाएगा। इसलिए उसने वापस दिल्ली में आकर शरण ले ली।
कार से ही सात राज्यों का किया सफर
एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि मलिक ने दिल्ली तक जाने के लिए अपनी कार का प्रयोग किया। इसके बाद उसे पकड़े जाने के डर सताने लगा और उसने अलग-अलग कारों का प्रयोग कर भोपाल तक गया। जिसके बाद वो वापस कार से ही दिल्ली आया।