गाड़ू घड़ा तेल कलश यात्रा ने बद्रीनाथ के लिए प्रस्थान कर लिया है। श्री लक्ष्मी- नारायण मंदिर डिम्मर से गाड़ूघड़ा तेल यात्रा निकाली गई। बता दें कि नरेंद्र नगर राज दरबार से 25 अप्रैल को श्री बद्रीनाथ धाम गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा निकली थी। ये यात्रा कई पड़ावों से होते हुए 11 मई को बद्रीनाथ धाम पहुंचेगी।
बद्रीनाथ के लिए रवाना हुई गाड़ू घड़ा तेल कलश यात्रा
गाड़ू घड़ा तेल यात्रा बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है। यात्रा तीन दिन बाद Badrinath पहुंचेगी। बता दें कि परंपरानुसार राजमहल नरेंद्र नगर में भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत पदाधिकारियों की उपस्थिति में महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह और सुहागिन महिलाओं ने तिल का तेल पिरोकर चांदी के कलश में रखा था।
11 को Badrinath पहुंचेगी गाड़ू घड़ा तेल यात्रा
बता दें कि यात्रा श्री बद्रीनाथ धाम गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा निकली थी। जिसके बाद ये ऋषिकेश पहुंची थी। गाडूघड़ा तेल कलश सात मई को लक्ष्मी नारायण मंदिर में स्थापित किया गया। जिसके बाद आज यानी आठ मई को यात्रा बद्रीनाथ के लिए रवाना हुई है। यात्रा 9 मई को नृसिंह मंदिर जोशीमठ और 10 को यात्रा योगध्यान मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचेगी पहुंचेगी। यात्रा यहां रात्रि विश्राम करेगी। जिसके बाद 11 मई को यात्रा बद्रीनाथ धाम पहुंचेगी।
12 मई को खुलेंगे Badrinath के कपाट
बता दें कि 12 मई को शुभ मुहुर्त में बद्रीनाथ के कपाट खोले जाएंगे। जिसके बाद भक्त भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर सकेंगे। भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।