भाजपा को इस बार पांच प्रतिशत कम मिले वोट, कैबिनेट मंत्री अपने क्षेत्र में नहीं करा पाए ज्यादा मतदान

उत्तराखंड की जनता ने एक बार फिर भाजपा पर ही भरोसा जताया है। जहां एक तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लोकसभा चुनाव में कसौटी पर खरे उतरे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ धामी कैबिनेट के मंत्रियों के प्रदर्शन पर नजर दौड़ाएं तो कहा जा सकता है कि एक कैबिनेट मंत्री को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र में पिछली बार के मुकाबले इस बार बीजेपी के पक्ष में ज्यादा मतदान नहीं करा पाए।

अपने पक्ष में ज्यादा मतदान नहीं करा पाई भाजपा
उत्तराखंड में सीएम धामी के नेतृत्व में लोकसभा चुनावों में पांचों सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। लेकिन अगर धामी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के परफॉर्मेंस पर नजर दौड़ाएं तो सौरभ बहुगुणा को छोड़कर सभी मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में 2019 के मुकाबले 2024 में बीजेपी के पक्ष में कम मतदान हुआ है।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की बात करें तो सतपाल महाराज के विधानसभा क्षेत्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में 26039 मत भाजपा को हासिल हुए थे। तो इस बार ये आंकड़ा घटकर 24376 पर आ गया है। जीत के अंतर की बात करें तो चौबट्टाखाल में पिछली बार जहां जीत का अंतर 15296 था तो वहीं इस बार घटकर ये आंकड़ा 8372 पर आ गया है।

कैबिनेट मंत्री ज्यादा वोट प्रतिशत लाने में रहे नाकाम
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधानसभा क्षेत्र ऋषिकेश की करें तो पिछली बार 77588 वोट जहां बीजेपी के पक्ष में पड़े थे। तो वहीं इस बार आंकड़ा घटकर 66943 पहुंच गया है। बीजेपी के लिए जीत का अंतर 63219 से घटकर 51924 पहुंच गया है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के विधानसभा क्षेत्र मसूरी में पिछली बार 52526 मत भाजपा को हासिल हुए थे। लेकिन इस बार ये आंकड़ा 45749 वोट तक बीजेपी के लिए पहुंच गया है। जबकि जीत का अंतर 30951 से घटकर 26877 तक पहुंच गया है।

श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र जो की कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का विधानसभा क्षेत्र आता है। उस पर सभी की नजरें थी इस बार क्या गणेश गोदियाल बीजेपी से ज्यादा मत हासिल कर लेंगे। लेकिन श्रीनगर में गणेश गोदयाल जो कांग्रेस के उम्मीदवार थे उन्हें बीजेपी की तुलना में कम मत हासिल हुए हैं। पिछली बार जहां बीजेपी के पक्ष में श्रीनगर विधानसभा में 34391 मत हासिल हुए थे। तो वहीं इस बार 28484 मत भाजपा को हासिल हुए हैं। जीत का अंतर 16555 से घटकर 698 तक पहुंच गया है।

सुबोध उनियाल और रेखा आर्या के क्षेत्र में कम हुआ अंतर
कैबिनेट मंत्री सुबोध के विधानसभा क्षेत्र नरेंद्र नगर में पिछली बार 37833 वोट जहां बीजेपी के पक्ष में पड़े थे। तो इस बार ये आंकड़ा घटकर 31147 तक पहुंच गया है। जबकि जीत का अंतर 30665 से घटकर 19577 पर आ गया है। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के विधानसभा क्षेत्र सोमेश्वर में पिछली बार बीजेपी को 25030 मत पड़े थे। इस बार ये आंकड़ा घटकर 24664 पहुंच गया। जबकि जीत का अंतर सोमेश्वर विधानसभा में 9302 से घटकर 9251 तक पहुंच गया है।

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की विस में ज्यादा पड़े वोट
धामी कैबिनेट में शामिल 7 मंत्रियों में से 6 कैबिनेट मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का वोट 2019 के मुकाबले इस बार घट गया है। लेकिन कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की विधानसभा क्षेत्र सितारगंज में भाजपा के वोट बैंक में बढ़ोतरी देखने को मिली है। उनके विधानसभा क्षेत्र में जहां पिछली बार 55822 वोट बीजेपी को मिले थे। तो वहीं इस बार ये आंकड़ा बढ़कर 59612 पहुंच गया। जीत के अंतर में भी सितारगंज में बीजेपी के लिए बढ़ोतरी हुई है। 27775 वोटों से बढ़कर ये आंकड़ा 31296 वोटों तक पहुंच गया है।

जनता की मंत्रियों के प्रति नाराजगी हो सकती है वजह
सौरभ बहुगुणा को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री पिछली बार के प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाए हैं। धामी कैबिनेट मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी को कम वोट मिलने और जीत का अंतर पिछली बार से कम होने को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि ये जनता की नाराजगी मंत्रियों के प्रति हो सकती है। हालांकि उनका मानना है कि ये कमजोरी उनकी पार्टी की भी साबित हुई है। अगर बेहतर कैंडिडेट का चयन लोकसभा सीटों पर होता तो कांग्रेस के लिए परिणाम और बेहतर हो सकते थे।

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