ब्रेकिंग-10 हजार की घूस लेने वाले कानूनगो की जेब में डीएम की मुहर बरामद

जांच हुई तो डीएम आफिस के कई अधिकारियों का नपना तय

विजिलेंस की जांच रिपोर्ट में नैनीताल जिले की डीएम कार्यालय की अधिकारियों की पोल खोल कर रख दी है ₹10000 की घूस लेने वाले रजिस्टर कानूनगो को बनवारी लाल की जेब से डीएम नैनीताल की सरकारी मोहर बरामद हुई है इस मामले में एफआईआर में यह दर्ज है लेकिन अभी तक इसकी जांच का कोई अता पता नहीं है अगर डीएम इस पर निष्पक्ष जांच करती हैं तो कई अधिकारियों का नपना तय लग रहा है
गौरतलब है जनपद नैनीताल के जिलाधिकारी नैनीताल की सरकारी मोहर जो- प्रभारी अधिकारी ( बिल्स) कृते जिलाधिकारी नैनीताल के पदनाम की बनी है । जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय की यह सरकारी मुहर 10 हजार रुपए की घूस लेने के आरोपी तहसील हल्द्वानी के कानूनगो बनवारी लाल कनौजिया की जेब से विजिलेंस हल्द्वानी द्वारा दिनांक 05 अगस्त 2022 को तहसील हल्द्वानी में ट्रैप की कार्रवाई दौरान बरामद की गई थी ।

इस मामले की जानकारी आज तक जनपद नैनीताल के राजस्व अधिकारीयो तथा जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान में नहीं होना काफी गंभीर विषय है ।

इस मामले का खुलासा विजिलेंस हल्द्वानी द्वारा 05 अगस्त 2022 को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार राजस्व निरीक्षक तहसील हल्द्वानी बनवारी लाल कनौजिया से बरामद माल की सूची से हुआ है ।

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी और इस मामले के सरकारी गवाहो द्वारा जिलाधिकारी नैनीताल तथा मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन और उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित करके मुहर प्रकरण की जांच किए जाने और दोषियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने के संदर्भ में पत्र प्रेषित किया गया है।

जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय की सरकारी मुहर किसी भी आम व्यक्ति द्वारा बनाए जाना संभव नहीं है । उपरोक्त प्रकरण से यह प्रतीत होता है कि जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय की सरकारी मुहर को या तो तहसील हल्द्वानी के राजस्व निरीक्षक बनवारी लाल कनौजिया द्वारा कुछ फर्जी कार्यों को अंजाम देने के उद्देश्य से बनाया गया है । या जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय की सरकारी मुहर जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय के ही किसी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा बनवारी लाल कनौजिया को उपलब्ध कराई गई होगी – ताकि बनवारी लाल के माध्यम से ही सरकारी मुहर का दुरुपयोग करके कुछ फर्जी कार्यों को अंजाम दिया जा सके । दोनों ही मामले अपराध की श्रेणी में आते हैं ।

उपरोक्त मामले मे आज तक जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय द्वारा भी कोई भी जांच नहीं कराई गई और मामला ठंडा बस्ती में पड़ा हुआ था ।


जनपद नैनीताल के सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी तथा मामले के सरकारी गवाहो द्वारा इस मामले में शासन प्रशासन और उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित करके जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय की सरकारी मुहर का दुरुपयोग के मामले में दोषियों पर मुकदमा दर्ज करने तथा मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।

जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा नाम नहीं छापने की शर्त पर अवगत कराया की जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय की सरकारी मुहर किसी भी दशा में जिलाधिकारी नैनीताल के अधिकारी या कर्मचारी द्वारा किसी बाहरी व्यक्ति या अन्य कर्मचारियों को नहीं दी जाती है । तो ऐसे में विचारणीय प्रश्न यह है कि आखिर तहसील हल्द्वानी के राजस्व निरीक्षक बनवारी लाल के पास जिलाधिकारी नैनीताल की सरकारी मुहर रखने का आखिर उद्देश्य क्या था । तथा इस सरकारी मुहर का दुरुपयोग किस-किस कार्य में बनवारी लाल द्वारा किया गया है यह भी जांच का महत्वपूर्ण बिंदु है । देखना है कि जनपद नैनीताल की जिलाधिकारी महोदय इस मामले में क्या एक्शन लेती है । अगर इस मुहर प्रकरण की निष्पक्ष जांच होती है तो इस मामले में जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय के जिम्मेदार कर्मचारियों का भी नपना तय दिखाई दे रहा है ।

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