हल्द्वानी the misaile news
कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह चुके स्वर्गीय नारायण तिवारी के भतीजे दीपक बल्यूटिया नई उत्तराखंड स्तरीय पार्टी की घोषणा से कांग्रेस समेत भाजपा तथा अन्य राष्ट्रीय दलों में खलबली मच चुकी है ।
पंडित नारायण दत्त तिवारी के विकास की सोच तथा उनके साथ अपने राजनीतिक जीवन के समय के लोग इस पार्टी में शामिल हो सकते हैं इन लोगों को अब तिवारी जी की विकास की सोच और अधिक कारगर लगने लगी है जब प्रदेश और देश में सिर्फ धर्म जाति और ताकत के दुरुपयोग की घटनाएं ज्यादा दिखने लगी हैं।
नारायण दत्त तिवारी ने देश तथा प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश में ऐसी राजनीति करी कि उनके समर्थकों की संख्या कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों में भी रही है ऐसे में जब तिवारी जी के विकास की सोच तथा उनके नीतियों को लेकर पार्टी का गठन होगा तो निश्चित रूप से कांग्रेस समेत कई अन्य पार्टियों के लोग इस नवगठित पार्टी में शामिल हो सकते हैं हालांकि फिलहाल अभी इस पार्टी के गठन में कितना समय लगेगा यह तो समय की गर्भ में छिपा है लेकिन देर से फिर इस पार्टी का गठन होना संभव ही लग रहा है।
दीपक बल्यूटिया पंडित नारायण तिवारी की विरासत को लेकर आगे बढ़ते रहे हैं तथा उनके द्वारा प्रतिवर्ष पंडित नरेंद्र तिवारी की जयंती और पुण्यतिथि भी मनाई जाती है जिसमें बड़ी संख्या में तिवारी समर्थक जो की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं सबसे बड़ी बात यह है कि आज भी पंडित नारायण तिवारी के विकास कार्यों को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोग याद करते हैं जिसकी वजह से यह भी संभव है कि उत्तराखंड ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी यह पार्टी अपनी जगह मजबूत कर ले।
हालांकि वो दीपक बल्यूटिया की कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे संपर्क साधा हुआ है लेकिन वह पार्टी के ढीले ढाले रवैया को लेकर आहट है उन्होंने कहा कि वह लोकसभा में कांग्रेस के प्रत्याशी प्रकाश जोशी का विरोध नहीं कर रहे हैं जब बल्कि पार्टी के हाल कमान के ढीले ढाले रवैया से आहत है जिसकी वजह से कांग्रेस लगातार पिछड़ती जा रही है जिसका असर है कि कई लोग कांग्रेस से अलविदा कर रहे हैं उन्होंने कहा कि वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगे बल्कि नारायण तिवारी की विकास की नीति के लिए उनके समर्थकों तथा तिवारी जी के विकास की नीतियों का समर्थन करने वाले लोगों को एकजुट करने प्रयास कर रहे है प्रदेश के विकास में अपनी भूमिका निभाने का प्रयास कर रहे हैं।
दीपक बल्यूटिया के नई पार्टी के गठन से भारतीय जनता पार्टी के भी कान खड़े हो गए हैं क्योंकि तिवारी जी के प्रभाव के साथ ही दीपक बल्यूटिया के आपसी संबंधों से भी कई लोग उनसे जुड़े हुए हैं निश्चित रूप से अगर यह पार्टी अस्तित्व में आती है तो आगामी निकाय और पंचायत चुनाव में भी यह अच्छा प्रदर्शन कर सकती है लोगों के बीच बढ़ते जन आधार के बीच वह वर्ष 2027 के लिए प्रदेश की कई सीटों पर अपने कैंडिडेट भी उतार सकते हैं