dehradun mussoorie ropeway : बस 18 मिनट में दून से मसूरी, रोपवे परियोजना से खत्म होगा ट्रैफिक

Ad

dehradun mussoorie ropeway :

दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस-वे (Delhi Dehradun Expressway) के शुरु हो जाने से पर्यटकों की संख्या बढ़ना तय है. ऐसे में सड़क मार्ग पर दबाव बढ़ना लाजिमी है. इसी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार देहरादून से मसूरी के लिए dehradun mussoorie ropeway परियोजना लेकर आई है. इस पर तेजी से काम चल रहा है. रोपवे बनने के बाद पर्यटकों को सहूलियत मिलेगी.

ढाई घंटे का होगा दिल्ली से देहरादून का सफर

दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस-वे बनके तैयार है. इस एक्सप्रेस वे के जरिए दिल्ली से देहरादून पहुंचने का समय महज ढाई घंटे रह जाएगा. ऐसे में देहरादून के हार्ट टूरिस्ट स्पाट मसूरी में पर्यटकों की आमद बढ़ना तय माना जा रहा है. एक्सप्रेस के जरिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचेंगे तो ऐसे में सड़क मार्ग पर दबाव बढ़ना लाजिमी है.

dehradun mussoorie ropeway को लेकर तेजी से हो रहा काम

न सिर्फ ट्रैफिक बढ़ेगा बल्कि ट्रैफिक जाम भी पर्यटकों को परेशान करेगा. इसी को देखते हुए सरकार देहरादून से मसूरी के लिए रोपवे परियोजना लेकर आई है. इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है. देहरादून के पुरकुल में बन रहे इसके लोअर टर्मिनेल पर काम की रफ्तार तेज कर दी गई है.

मसूरी जाने वाले पर्यटकों को मिलेगी सुविधा

देहरादून से मसूरी के बीच इस रोपवे के बन जाने के बाद मसूरी जाने वाले पर्यटकों को खासी सुविधा हो जाएगी. पर्यटकों के पास देहरादून से सड़क मार्ग के जरिए मसूरी जाने के साथ ही रोपवे के जरिए मसूरी पहुंचने का विकल्प भी मौजूद होगा. आइए प्वाइंटर्स के जरिए आपको इस रोपवे की कुछ विशेषताएं समझाते हैं.

  • देहरादून से मसूरी के बीच बनने वाला ये रोपवे 5.2 किलोमीटर लंबा होगा
  • रोपवे के लिए कुल 26 पिलर्स बनाए जाएंगे
  • इस रोपवे के बन जाने के बाद पुरकुल गांव से मसूरी तक का सफर महज 18 मिनट में पूरा हो सकेगा
  • इस रोपवे में मोनो केबल गोंडोला सिस्टम को प्रयोग किया जा रहा है
  • कुल 71 गोंडोला इस रोपवे में चलेंगे
  • एक गोंडोला में कुल 10 यात्रियों के बैठने की जगह होगी
  • प्रति घंटे 1300 यात्रियों को एक तरफ से ले जाने की क्षमता होगी
  • यही नहीं ये गोंडोला स्काई कार न सिर्फ ऑटोमेटिक डोर्स और वेदर प्रूफ डिजाइन के साथ आरामदायक सीटों वाली होगी बल्कि ये यूरोपीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप भी होगी
  • इस पूरी योजना की लागत 300 करोड़ रुपए है जबकि इस परियोजना के सितंबर 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है

पार्किंग का भी होगा निर्माण

पर्यटन विभाग के सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि इस रोपवे के पास ही एक हाईराइज वाहन पार्किंग का काम भी जोरों पर जारी है. इस पार्किंग में एक हजार गाड़ियां तक पार्क की जा सकेंगी.

सम्बंधित खबरें