उत्तराखण्ड परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर 22 अक्टूबर को शुरू हुई प्रदेशव्यापी हड़ताल 48 घंटे बाद खत्म हो गई है. सचिव एवं आयुक्त परिवहन विभाग ने संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की थी. जो सफल रही.
48 घंटे बाद खत्म हुई परिवहन निगम के कर्मियों की हड़ताल
बता दें सचिव एवं आयुक्त परिवहन विभाग बृजेश कुमार संत ने बीते मंगलवार को शाम आठ बजे संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की. वार्ता में राष्ट्रीयकृत मार्गों पर परमिट जारी करने के संबंध में जारी राज्य परिवहन प्राधिकरण के आदेश (14-10-2024) पर स्थिति स्पष्ट की गई.
अन्य मांगों पर जल्द लिया जाएगा निर्णय
सचिव ने कहा इस आदेश के तहत फ़िलहाल कोई नया परमिट जारी नहीं किया जाएगा. सचिव ने कर्मचारियों के बीच फैले भ्रम को दूर किया. सचिव ने आश्वासन दिया कि संयुक्त मौर्चा की अन्य मांगों पर सभी पक्षों से विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा. वार्ता के बाद संयुक्त मोर्चा के संयोजक अशोक चौधरी ने निगम कर्मियों की प्रस्तावित कार्य बहिष्कार को वापस लेने की घोषणा की.
हड़ताल के कारण छुट्टी पर चले गए थे ड्राइवर-कंडक्टर
बुधवार को एक बार फिर सचिव परिवहन की अध्यक्षता में वार्ता हुई. जिसमे बताया कि हड़ताल के कारण कुछ चालक-परिचालक छुट्टी पर चले गए थे, जिसके कारण बुधवार सुबह 20-25 प्रतिशत सेवाएं बाधित रहीं. हालांकि, यह भी आश्वासन दिया गया कि दोपहर 12 बजे तक सभी सेवाएं पूर्व की तरह सुचारू हो जाएंगी