पिथौरागढ़ के एक गांव में अचानक एक मकान में आग लग गई। आग की चपेट में आने से मकान जलकर खाक हो गया। गनीमत रही कि हादसे के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था। जिस से जनहानि होने से बच गई और घर के सदस्यों की जान बाल-बाल बच गई।
पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट के पोखरी गांव में एक घर में अचानक आग लग गई। आग की चपेट में आने से दिव्यांग ललित राम का आवासीय मकान जलकर खाक हो गया। हादसे के वक्त घर में कोई भी नहीं था वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। घर जलकर खाक होने के कारण दिव्यांग ललित राम के परिवार के साथ पंचयात घर में रह रहे हैं। उनके पास खाने के लिए राशन भी नहीं है।
हादसे के वक्त पति-पत्नी गए थे काम पर
मिली जानकारी के मुताबिक दिव्यांग ललित राम घटना के वक्त अपनी पत्नी के साथ रोड़ी तोड़ने के काम पर गए थे। घर में कोई मौजूद नहीं था जिस कारण आग लगते ही पता नहीं चल पाया। ललित राम घर में आग लगने की जानकारी गांव वालों ने दी। गांव वालों में आग बुझाने की काफी कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी और घर जलकर खाक हो चुका था।
आग लगने के कारणों का नहीं चल पाया पता
मिली जानकारी के मुताबिक ललित राम दिव्यांग हैं और वो अपनी पत्नी के साथ मेहनत मजदूरी कर अपना घर चलाते हैं। मकान में आग लगने के कारण उनका सारा सामान जलकर खाक हो गया है। आग लगने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं लग पाया है।
बताया जा रहा है कि ललित राम का मकान सड़क किनारे है। ललित राम ने गेहूं की फसल काटने के बाद भूसा आंगन में ही रखा हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी के धूम्रपान करने से भूसे में आग लग गई। जिसने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। ललित राम ने सडीएम से आवासीय मकान और मुआवजा देने की मांग की है