

सोने में तेजी और मंदी को लेकर कई एक्सपर्ट्स की अपनी राय है। इस बीच एक जानकार ने कहा कि सोने की कीमतों के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद अब निवेशकों को आने वाले महीनों में महत्वपूर्ण गिरावट के लिए तैयार रहना चाहिए। क्योंकि पिछले 40 सालों में केवल दो ऐसे मौके आए हैं जब गोल्ड-सिल्वर ने ऐसा जबरदस्त प्रदर्शन किया हो और फिर इनमें गिरावट हावी हुई।
नई दिल्ली। सोने व चांदी के भाव में तेजी का दौर लगातार जारी है और यह 1,20,000 के करीब पहुंच गया है। मुंबई के सर्राफा बाजार में सोने का हाजिर भाव (Gold Price Today) 1,19059 प्रति दस ग्राम हो गया है। पिछले 10 सालों से गोल्ड के रेट लगातार बढ़ रहे हैं और इस साल तो सोने ने 1 लाख के अहम स्तर को पार कर दिया। ऐसे में मौजूदा स्तरो पर लोग गोल्ड में खरीदारी करने से डर रहे हैं, और गिरावट आने पर नई खरीदारी करने के बारे में सोच रहे हैं।
सोने में तेजी और मंदी को लेकर अलग-अलग एक्सपर्ट्स व ब्रोकरेज हाउसेज की भिन्न-भिन्न राय है। इस बीच नई दिल्ली स्थित 21 हजार करोड़ से ज्यादा की एसेट मैनेजमेंट कंपनीकंपनी PACE 360 के को-फाउंडर अमित गोयल ने कहा कि सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी के बाद तीव्र गिरावट आ सकती है।
एक्सपर्ट ने और क्या कहा?
अमित गोयल ने चेतावनी दी कि कीमती धातुओं में हाल में आई तेजी एक बब्ल का इशारा कर रही है, और निवेशकों को आने वाले महीनों में महत्वपूर्ण गिरावट के लिए तैयार रहना चाहिए। इस साल सोने की कीमतें कई बार रिकॉर्ड हाई पर पहुंची है और इंटरनेशनल मार्केट में 4,000 डॉलर प्रति औंस के आसपास है।
’40 साल में सिर्फ ऐसे 2 मौके आए’
एक टीवी इंटरव्यू में अमित गोयल ने कहा, “सोने-चांदी की कीमतों में यह बहुत लंबे समय बाद देखा गया सबसे बड़ा उछाल है। पिछले 40 सालों में, केवल दो ऐसे मौके आए हैं जब गोल्ड और सिल्वर ने ऐसा जबरदस्त प्रदर्शन किया हो, और डॉलर इंडेक्स या तो कमज़ोर रहा हो या नीचे जा रहा हो। हालांकि, इस तेजी के बाद इन दोनों ही मौकों पर सोने और चांदी में काफ़ी गिरावट आई।”
अमित गोयल का मानना है कि ये प्रमुख मनोवैज्ञानिक पड़ाव इस तेजी के अंतिम चरण का संकेत दे सकते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अगले कुछ दिनों या शायद कुछ हफ़्तों में ये दोनों पड़ाव हासिल हो जाने की पूरी संभावना है।” उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद बिकवाली का एक ज़ोरदार दौर आ सकता है।
30-35% गिरावट हुई तो कहां पहुंचेगा भाव
अगर ऐसा होता है तो आप सोने में 30-35% की गिरावट की उम्मीद कर सकते हैं। अमित गोयल ने कहा “2007-08 और 2011 में इसी तरह की घटनाओं का हवाला देते हुए चेतावनी दी, जब सोने की कीमतें बड़ी तेजी के बाद 45% तक गिर गई थीं। मुझे लगता है कि इस करेक्शन में लगभग एक साल लगेगा।”
इस कमोडिटी सेक्टर के इस रणनीतिकार का मानना है कि सोना 2,600-2,700 डॉलर यानी 80000 से 84000 प्रति दस ग्राम के स्तर तक गिर सकता है, उसके बाद ही यह फिर से आकर्षक हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इस स्तर पर सोना फिर से दुनिया में सबसे अच्छा निवेश होगा।