नैनीताल themisailenews
नैनीताल से 8 किलोमीटर दूर बगड़ गांव की एक लड़की की जंगली जानवर द्वारा उठा ले जाने की खबर से वन विभाग में हड़कंप मच गया और वन विभाग ने शुक्रवार की रात से ही गस्त शुरू कर दी लेकिन उसका कहीं भी पता नहीं चला।
जिससे लड़की के परिजनों और वन विभाग के माथे पर परेशानी की बल पड़ गए लेकिन उसमें बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया जब गहरी छानबीन के बाद पता चला कि वन जीवों का ऐसा कोई निशान नहींहै और नहीं वहां पर कोई खून के निशान मिले हैं बल्कि मोबाइल के सिर्फ कबर का मिलन वन कर्मियों के शक को पुख्ता कर गया कि यहां पर किसी भी प्रकार की वन्य जीव द्वारा कोई वारदात नहीं की गई है इस पूरी खबर को उसे समय सत्यता मिल गई कि वह लड़की शहर के एक होटल में जाति धर्म विशेष की युवक के साथ घूमती हुई दिखाई दे रही है।
उत्तराखण्ड में नैनीताल के बगड़ में बाघ के युवती को बाघ या गुलदार शिकार होने की घटना की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम जंगल की खाक खाक छान रही थी लेकिन लापता युवती नैनीताल में धर्मविशेष के युवक के साथ पकड़ी गई। बगड़ में दो दिन से वन विभाग के साथ पुलिस की टीम तलाशने में जुटी थी।
नैनीताल से लगभग 8 से 10 किलोमीटर दूर, बगड़ गांव की रहने वाली एक छात्रा को खेत से कोई हिंसक वन्यजीव उठाकर ले जाने की सूचना वन विभाग को शुक्रवार शाम मिली। खोजबीन करने पर छात्रा के कपड़े, मोबाइल कवर व कुछ अन्य सामान मिला, जिससे अंशतः प्रतीत होता था कि कोई हिंसक वन्यजीव उसे उठाकर ले गया
हालातों को देखते हुए वन विभाग ने घटना को संदिग्ध माना, क्योंकि उन्हें खून का एक कतरा भी कपड़ों या घटनास्थल से नहीं मिला। मोबाइल उसके कवर से गायब था और कोई घटना का प्रत्यक्षदर्शी भी नहीं था। केवल हिंसक वन्यजीव के ले जाने की सूचना थी।
बावजूद इसके, डी.एफ.ओ.के निर्देशों पर वन विभाग के रेंज ऑफिसर प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में 20 वनकर्मियों की एक टीम पुलिस के साथ शुक्रवार शाम से ही खोजबीन में जुट गई थी।
आज दोपहर तक उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। तभी नैनीताल के एक होटल में धर्मविशेष के एक लड़के के साथ छात्रा के मिलने की सूचना ने माहौल को गर्मा दिया। मामले के संवेदनशील होने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और मल्लीताल कोतवाली ले आई। पुलिस दोनों से अलग अलग पूछताछ कर रही है। दोनों ने पुलिस को बताया कि वो पिछले 5 वर्षों से दोस्त हैं। बरसात के बावजूद कोतवाली में भीड़ लगी हुई है। इसके बाद लोग अपने दांतों पर उंगलियां दबकर रह गए उन्होंने कहा कि इन दोनों की कहीं बाहर जाने की भी इच्छा हो सकती थी लेकिन शायद इन्हें मौका ना मिला हो 5 वर्षों से यह आपस में दोस्त हैं तो उन्होंने इस तरह से क्या योजना बनाई कि अपने कपड़े मोबाइल का कवर गांव के रास्ते पर छोड़ दिया जिससे लोगों का दिमाग भ्रमित हो जाए और वह इसे वन्य जीव की हरकत मान लें और लोग वन विभाग की प्रतिआक्रोशित हो जाए