हरिद्वार पुलिस ने 21 जुलाई को कोतवाली मंगलौर क्षेत्र के अंतर्गत थिथौला में सड़क किनारे गन्ने के खेत में मिले अज्ञात व्यक्ति के शव की गुत्थी सुलझा दी है. मृतक दिल्ली निवासी कैब ड्राइवर था. जो बुकिंग में हरिद्वार आया था. पुलिस ने हत्या में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है आरोपियों ने लूट का विरोध करने पर चालक को मौत के घाट उतारा था.
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर प्रकरण के खुलासे के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने मुखबिर तंत्र को एक्टिव करने के साथ ही CIU रुड़की से इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सपोर्ट मांगा. विभिन्न सुराग का पीछा करते हुए पुलिस टीम ने दो हत्यारोपियों को देवबंद रोड से दबोच लिया.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में इस्तेमाल किया गया तमंचा, कारतूस, लूटी गई गाड़ी की चाबी, कागजात भी बरामद कर लिया है. आरोपियों की पहचान शौरभ पुत्र वीर सिह निवासी मेरठ, सन्नी पुत्र राम किशोर निवासी मेरठ के रूप में हुई है.
इस वजह से उतरा कैब ड्राइवर को मौत के घाट
पूछताछ में सामने आया कि पेशे से ट्रक चालक शोरभ हाईस्कूल पास है और क्लीनर सन्नी पांचवीं तक पढ़ा है. इन्होंने लूट के उद्देश्य से मेरठ से हरिद्वार के लिए ओला कैब बुक कराया. इस सफर के दौरान लंढौरा क्षेत्र में सुनसान स्थान देखकर आरोपियों ने गाड़ी लूटने की कोशिश की।
इस दौरान गाड़ी चालक मृतक चंद्रपाल द्वारा विरोध करने पर एक आरोपी ने मृतक को पकड़ लिया और दूसरे ने मृतक को गोली मार दी. इसके बाद दोनों आरोपियों ने मृतक के पास रखे 2400 रुपए निकाल लिये और कार ले जाकर कस्बा मंगलोर में पेट्रोल पंप में खड़ी कर दी. ताकि एक-दो दिन बाद जब मामला शांत हो तो गाड़ी को चुपके से अपने साथ ले जाएं