केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा जहां माइक्रो लेवल की तैयारी कर रही है। वहीं पहली बार किसी चुनाव में प्रवासी वोटरों को भी साधने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है। केदारनाथ में जीत सुनिश्चित करने के लिए अब भाजपा प्रवासी वोटरों से घर आकर मतदान करने की अपील कर रही है।
केदारनाथ उपचुनाव में जीत के लिए बीजेपी का नया प्लान
केदारनाथ उपचुनाव बीजेपी के साख का सवाल बन गया है। इस उपचुनाव को जीतने के लिए भाजपा ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। अब चुनाव को जीतने के लिए भाजपा नया प्लान लेकर आई है। अब भाजपा प्रवासी वोटरों को साधने का काम कर रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हाल में ही दिल्ली लुधियाना चंडीगढ़ पंजाब पहुंचकर केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले मतदान के लिए प्रवासी वोटो से मतदान करने की अपील करने के साथ ही बैठक भी की है।
प्रवासी वोटर हैं भाजपा के साथ
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र का कहना है कि करीब ढाई हजार प्रवासी वोटरों से संपर्क हो चला है। 20 नवंबर को वो अपने मतदान का प्रयोग करने केदारनाथ विधानसभा पहुंचने वाले हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रवासी वोटरों को भी पता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में केदारनाथ विधानसभा में जहां ऐतिहासिक काम हुए हैं। केदारनाथ धाम में जो भी पुनर्निर्माण कार्य भी हुई हैं इसके लिए भी प्रवासी वोटर भाजपा के साथ खड़े हैं।
प्रवासी वोटरों के वोट साबित हो सकते हैं निर्णायक
केदारनाथ उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला टक्कर का बताया जा रहा है। इसलिए प्रवासी वोटरों यदि अगर वोट करने पहुंचते हैं तो ये मुकाबला और भी कड़ा हो जाएगा। किसी भी राजनीतिक दल के लिए प्रवासी मतदाताओं के वोट निर्णायक भी साबित हो सकते हैं। इसलिए कांग्रेस भी बीजेपी की रणनीति पर जहां मंथन में जुटी है कि कैसे बीजेपी की इस रणनीति से पार पाया जाए।
प्रवासी वोटरों को भी है हकीकत पता
कांग्रेस का कहना है कि प्रवासी वोटरों को भी पता है कि बीजेपी की डबल इंजन की सरकार राज्य में फेल साबित हो रही है। उन्हें भी हकीकत पता है। कांग्रेस का कहना है कि जो भी प्रवासी वोटर वोट डालने आएंगे वो ऐसा नहीं है कि भाजपा को ही वोट डालेंगे। बल्कि वो बीजेपी की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस के पक्ष में भी वोट डालेंगे