हल्द्वानी में मिल रही है लोहाघाट’ के मशहूर लोहे की कड़ाही व बर्तन, महिलाएं करती हैं खुद तैयार, आप अभी पहुंचे खरीदने

हल्द्वानी: एमबी ग्राउंड में सरस आजीविका मेला चल रहा है. 10 दिवसीय मेले में कई राज्यों के छोटे-बड़े उद्यमी पहुंचे हैं.खास बात ये है कि इसी सरस मेले में उत्तराखंड के चंपावत जिले के लोहाघाट की प्रसिद्ध लोहे की बर्तन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

लोहाघाट के पूर्णागिरी स्वयं सहायता समूह की लोहे की बर्तन लोगों द्वारा खूब पसंद की जा रही है. लोग बड़ी संख्या में इसे खरीदकर अपने घर ले जा रहे है. समूह की संचालिका नारायणी देवी ने बताया कि लोहाघाट की लोहे की कढ़ाई के अलावा लोहे की अन्य बर्तनों की डिमांड उत्तराखंड के साथ-साथ देश-विदेश में खूब है. यहां तक की उनके द्वारा तैयार किए गए लोहे की बर्तनों की ऑनलाइन भी बड़ी मात्रा में डिमांड की जाती है.

नारायणी देवी ने बताया कि लोहाघाट में तैयार किए गए लोहे के बर्तन पूरी तरह से पारंपरिक तरीके से तैयार किए जाते हैं जहां लोहे की चादर को चीड़ की छाल में पकाकर फिर हाथों से हथौड़े से पीट-पीट कर बनाया जाता है.
जहां लोहे के बर्तन में खाना पका के खाने में आयरन के साथ-साथ अन्य विटामिन लोगों के शरीर तक पहुंचता है जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है .नारायणी देवी ने बताया कि समूह द्वारा लोहे की कढ़ाई,परात, फ्राई पैन, तवा, कुल्हाड़ी, बसूला, पलटे, डाड़ू, चिमटे, दराती, छलनी, सग्गड़, चाकू समेत सभी प्रकार के बर्तन तैयार किए जाते हैं. इसके अलावा देश में जहां कहीं भी प्रदर्शनी लगाई जाती है वहां पर समूह के महिलाओं द्वारा लोहे की बर्तनों की प्रदर्शनी लगाई जाती है.नारायणी देवी ने बताया कि उनके समूह में 40 महिलाएं लोहे का बर्तन बनाने का काम करती हैं,

जिससे वह सालाना लाखों की कमाई कर रही हैं. नारायणी देवी बताएं कि लोहे का बर्तन बनाने का खानदानी काम है और पिछले कई दशकों से लोहे का बर्तन उनका परिवार बनाता आ रहा है और आज समूह के माध्यम से बड़े स्तर पर लोहाघाट के लोहे के बर्तनों की पहचान देश दुनिया में दिला रहे हैं.
नारायणी देवी ने अपने लोहे के बर्तन की खासियत के बारे में बताया कि इनका बर्तन पियोर लोहे से बना होता है. इनके बर्तनों की कीमत की बात करें तो ₹300 किलो के हिसाब से बर्तन मिलते हैं.
गौरतलब है कि इन महिलाओं को अपनी कला की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा वर्तमान मुख्यमंत्री सीएम पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड के राज्यपाल द्वारा अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है. नारायणी देवी ने बताया कि समूह द्वारा अब लोहे के कुकर तैयार किए जाएंगे जिससे कि लोग लोहे के कुकर में खाना पकाकर खा सकेंगे

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