BIS और GBPUAT के बीच एमओयू हुआ साइन, SADF के विकास को सुविधाजनक बनाना है उद्देश्य

ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) और गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (GBPUAT) के बीच “मानकीकृत कृषि प्रदर्शन फार्म (SADF)” के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए बुधवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर GBPUAT के कुलपति डॉ. एम. एस. चौहान और BIS के उप महानिदेशक (उत्तर) राजीव पी. मौजूद रहे।

एसएडीएफ के विकास के को सुविधाजनक बनाने के लिए बुधवार को BIS और GBPUAT बीच एमओयू साइन किया गया है। एमओयू हस्ताक्षर समारोह में बीआईएस देहरादून के निदेशक और प्रमुख सौरभ तिवारी और बीआईएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। GBPUAT से रजिस्ट्रार डॉ. दीपा विनय, अनुसंधान निदेशक डॉ. अजीत कुमार नैन, विभिन्न कॉलेजों के डीन और GBPUAT में BIS चेयर डॉ. एस. बी. सिंह उपस्थित रहे।

SADF के विकास के लिए हस्ताक्षरित पहला MoU
बता दें कि ये बीआईएस और किसी कृषि विश्वविद्यालय के बीच SADF के विकास के लिए हस्ताक्षरित पहला एसओयू है। इस एमओयू का उद्देश्य बीआईएस के सहयोग से GBPUAT में SADF का विकास करना है। SADF का उपयोग भारतीय मानकों के अनुसार विभिन्न कृषि प्रथाओं और नई तकनीकों के परीक्षण और प्रयोग के लिए किया जाएगा। इन फार्मों में कृषि इनपुट, उपकरण, जल प्रबंधन, कीट प्रबंधन और पोषक तत्व प्रबंधन भारतीय मानकों के अनुसार होंगे।

ये फार्म विभिन्न हितधारकों को कृषि प्रथाओं और नई तकनीकों पर प्रशिक्षण देने, सिखाने, प्रदर्शित करने या जागरूकता पैदा करने के लिए उपयोग किए जाएंगे। ये फार्म कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को अपनाने, कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करने और कृषि उत्पादों की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने में अत्यधिक मदद करेंगे।

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