
नैनीताल the misaile news
एसपी प्रहलाद नारायण मीणा लापरवाह पुलिस कर्मियों के पेज कसने में ज्यादा देरी नहीं करते हैं इसी बीच उन्होंने दो पुलिस कांस्टेबलों को लापरवाही में नियुक्त अपने पर निलंबित कर दिया इससे पहले एक दरोगा और एक कांस्टेबल को निलंबित किया जा चुका है
जनपद नैनीताल में पुलिस विभाग को अधिक अनुशासित, उत्तरदायी और पारदर्शी बनाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने कड़ा रुख अपनाया है। ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई विभाग में अनुशासन की महत्ता को रेखांकित करती है और अन्य पुलिसकर्मियों के लिए एक चेतावनी है कि गैरजिम्मेदाराना व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निलंबित पुलिसकर्मियों में उप निरीक्षक नरेंद्र कुमार, चौकी प्रभारी राजपुरा, शामिल हैं। उन्हें 27/28 अप्रैल 2025 की रात ड्यूटी के दौरान गंभीर लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया। एक आत्महत्या की सूचना मिलने के बावजूद उन्होंने न तो समय पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और न ही घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। साथ ही, संदिग्ध के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई में भी चूक की गई।
दूसरा निलंबन कांस्टेबल सुनील कुमार, पुलिस लाइन, का हुआ, जो 26 अप्रैल 2025 को मुख्य गेट पर ड्यूटी से अनुपस्थित थे। पहले भी उनकी अनुशासनहीनता के लिए चेतावनी दी गई थी, लेकिन सुधार न होने पर निलंबन की कार्रवाई की गई। इसके अलावा, पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू की गई है।
एसएसपी मीणा ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, “लापरवाही या अनुशासनहीनता से विभाग की गरिमा और जनता का विश्वास प्रभावित होता है। ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।” उन्होंने पुलिसकर्मियों से निष्ठा और संवेदनशीलता के साथ ड्यूटी करने की अपील की। यह कदम जनता के बीच पुलिस की साख को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।