यूजर चार्ज पर बवाल, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष ने दी आत्मदाह की चेतावनी, पढ़ें पूरा मामला

लोहाघाट में नगर पालिका की ओर से दो जनवरी से क्षेत्र के लोगों और व्यापारियों से यूजर चार्ज वसूला जा रहा है। जिसमें तय की गई दरों से लोगों से यूजर चार्ज लिया जा रहा है। वहीं व्यापारियों द्वारा यूजर चार्ज लेने के फैसले पर प्रशासन का विरोध किया जा रहा है।

यूजर चार्ज पर बवाल
व्यापारियों का कहना है कि पालिका ने व्यापारियों व नगर के लोगों को विश्वास में लिए बिना मनमाने तरीके से यूजर चार्ज की वसूली शुरू कर दी है। इसी क्रम में शुक्रवार को व्यापारियों ने व्यापार मंडल व निवर्तमान पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा के नेतृत्व में पालिका प्रशासक एसडीएम लोहाघाट से मुलाकात की।

व्यापारियों ने की फैसला वापस लेने की मांग
इस दौरान उन्होंने यूजर चार्ज लेने के फैसले का विरोध करते हुए उन्होंने इस फैसले को वापस लेने की मांग की। वहीं मामले को लेकर एसडीएम रिंकू बिष्ट का कहना है कि शासन के आदेशों के तहत तय किए गए यूजर चार्ज को व्यापारियों और नगरवासियों से लिया जा रहा है।

SDM का कहना है कि प्रदेश के अन्य पालिका क्षेत्र में 2017 से ही यूजर चार्ज लिया जा रहा है। जबकि लोहाघाट में 2024 से यूजर चार्ज लेना शुरू किया है। उन्होंने कहा शासन के द्वारा तय कि गई दरों के हिसाब से ही चार्ज लिया जा रहा है। व्यापारियों से जो चार्ज 100 रुपए प्रति महीना लिया जाना था। उसे 50 रुपए प्रतिमाह कर दिया गया है।

निवर्तमान पालिकाध्यक्ष दे चुके हैं पूर्व में ज्ञापन
एसडीएम का कहना है कि यूजर चार्ज लेने का गजट पास हो चुका है। अब इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता। अगर व्यापारी चाहे इसके विरोध में कोर्ट जा सकते हैं। मालूम हो पूर्व में व्यापारियों व निवर्तमान पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा के द्वारा यूजर चार्ज के विरोध में लोहाघाट नगर पालिका के प्रशासक एसडीएम को ज्ञापन दिया जा चुका है।

लोहाघाट में यूजर चार्ज लेने पर माहौल इतना गरमा गया है कि लोहाघाट के नगर पालिका के निवर्तमान पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा ने उनके बोर्ड पर यूजर चार्ज लागू होने के विरोध में आत्मदाह की चेतावनी दे डाली। वर्मा ने कहा यह मामला उनसे पहले के बोर्ड का है। जिसमें बोर्ड के द्वारा सिर्फ लोगों की राय मांगी गई थी।

निवर्तमान पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा ने कहा कि किसी भी बोर्ड के द्वारा यह प्रस्ताव पारित नहीं किया गया है। वर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्हें बदनाम करने के लिए पालिका द्वारा अगर अब उनका या उनके बोर्ड का नाम घसीटा गया तो वह आत्मदाह कर लेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी नगर पालिका की होगी।

निवर्तमान पालिकाध्यक्ष ने दी आत्मदाह की चेतावनी
वर्मा ने कहा किसी बोर्ड द्वारा पारित किया गया प्रस्ताव छह महीने तक ही मान्य होता है। यूजर चार्ज लगवाने में उनका या उनके बोर्ड का कोई हाथ नहीं है। उन्हें सिर्फ बदनाम किया जा रहा है। उनके नगर की जनता समझदार है वह सब जानती है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर अब इस मामले में उनका नाम आता है तो वह SDM कार्यालय में आत्मदाह कर लेंगे।

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