पॉलिटिक्स: विधानसभा अध्यक्ष हटाए गए, विश्वास प्रस्ताव पर बहस

बिहार पॉलिटिक्स में जबरदस्त सियासी खेला हो रहा है। 28 जनवरी को नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतिश कुमार की सरकार बिहार विधानसभा में अपना विश्वास प्रस्ताव लेकर आई है। वहीं विश्वास प्रस्ताव से पहले बिहार विधानसभा के अध्यक्ष ही हटा दिए गए हैं। उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 125 मत पड़े वहीं विपक्ष में केवल 112 वोट ही मिले। वहीं मौजूदा हालात को देखते हुए यही माना जा रहा है कि नीतीश कुमार की सरकार बच गई है।

वहीं विश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत तेजस्वी यादव के संबोधन के साथ हुई। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। इसके साथ ही बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया। तेजस्वी ने पीएम मोदी की गारंटी का हवाला देते हुए पूछा कि क्या मोदी जी इस बात की गारंटी देंगे कि नीतीश कुमार फिर नहीं पलटेंगे।

तेजस्वी ने गठबंधन में रहते हुए 17 महीने की सरकार मे जातीय जनगणना और सरकारी भर्तियां देने का भी जिक्र किया। तेजस्वी ने कहा कि उनके सरकार में रहते हुए सरकारी इच्छाशक्ति के चलते लाखों सरकारी नौकरियां निकाली गईं।

भारत रत्न पर डीलिंग करने का आरोप
तेजस्वी यादव ने नीतीश और बीजेपी पर कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के ऐलान पर भी डीलिंग का आरोप लगाया। तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी और नीतीश ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के नाम पर डीलिंग की है

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