लोहाघाट में बारिश ने बरपाया कहर, आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचाई जा रही राहत सामग्री



नेपाल सीमा से लगे लोहाघाट ब्लॉक के क्षेत्रों में बीते दिनों पहले हुई मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई हुई है. बता दें भारी बारिश के चलते जहां तीन लोगों की जान चली गई तो वहीं कई ग्रामीणों के भवन, खेत खलिहान आपदा की भेट चढ़ गए. SDM लोहाघाट के नेतृत्व में आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में तेजी से रहत सामग्री पहुंचा रही है.


डीएम चंपावत के निर्देश पर गुरुवार को आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट के नेतृत्व में प्रशासन की राहत एवं बचाव टीम पैदल आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंची. प्रशासन की ओर से प्रभावितों को खाद्य सामग्री और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. एसडीएम रिंकु बिष्ट खुद आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में जाकर राहत कार्यो का जायजा ले रही हैं.

बंद सड़कों को खोलने का कार्य जारी
एसडीएम ने बताया कि आपदा से सीमांत क्षेत्रों मे भारी नुकसान पहुंचा है. प्रशासन की ओर से बंद सड़कों को खोला जा रहा है. इसके साथ ही विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था सुचारू की जा रही है. मेडिकल टीम आपदाग्रस्त क्षेत्र में पहुंच चुकी है. इसके साथ ही खाद्य विभाग के द्वारा ग्रामीणों को राशन, कपड़े, कंबल और अन्य राहत सामग्री वितरित की जा रही है.

नुकसान का किया जा रहा आंकलन
एसडीएम रिंकू बिष्ट ने कहा कि आपदा प्रभावित परिवारों को राहत कैंपों में रखा गया है. जहां सोलर लाइट, राशन, कपड़े, पेयजल, रसोई गैस की व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने बताया जिन क्षेत्रों की सड़के बंद है उन्हें खोलने के लिए मशीने लगाई जा रही हैं. राजस्व कर्मी नुकसान का आंकलन कर रहे हैं. प्रशासन स्थिति को सामान्य बनाने में लगा हुआ है.

डीएम भी कर चुके हैं आपदा ग्रस्त क्षेत्र का मुआयना
एसडीएम ने बताया डुगरा बोरा सड़क को खोलने के लिए मशीन भेज दी गई है. ग्रामीणों को राहत राशि बांटी जा रही है. वहीं डीएम चंपावत नवनीत पांडे कई किलोमीटर पैदल चल आपदा ग्रस्त क्षेत्र का मुआयना कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि धीरे-धीरे सीमांत के हालात सामान्य होते जा रहे हैं

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