सर्दियों के सीजन में इस बार बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है। बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण लोग परेशान हैं। सूखी ठंड का कहर जारी है। राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के 11 जिलों में जनवरी के महीने में बारिश नहीं हुई है। आलम ये है कि 11 जिलों में जनवरी के महीने में एक बूंद भी नहीं गिरी है।
बारिश के इंतजार में गुजर गया जनवरी का तीसरा हफ्ता
बारिश और बर्फबारी के इंतजार में जनवरी का महीना भी गुजरने वाला है। बिना बारिश के जनवरी का तीसरा हफ्ता भी बीत गया है। प्रदेश के 11 जिलों में जनवरी के महीने में एक बूंद भी बारिश भी नहीं हुई है। इस साल प्रदेश में 99 फीसदी बारिश कम हुई है। इस साल जनवरी के महीने में दो जिलों नैनीताल और चमोली में बारिश की बात करें तो चमोली में 0.2 एवं नैनीताल में 0.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
36.6 एमएम होती है जनवरी में सामान्य बारिश
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में जनवरी में सामान्य बारिश 36.6 एमएम बारिश होती है। लेकिन इस साल 28 जनवरी तक महज 0.1 एमएम बारिश दर्ज की गई। जबकि 11 जिलों में बारिश ट्रेस तक नहीं की गई। इस बार सर्दी के सीजन में नवंबर से जनवरी तक सूखा देखने को मिला है। नवंबर में नौ से लेकर 12 तारीख तक और फिर 28 नवंबर को हल्की बारिश हुई थी। इसके बाद दिसंबर के महीने में चार और पांच तारीख को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
इस बार 52 फीसदी कम हुई बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार 52 फीसदी कम 26.6 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह का कहना है कि सर्दियों के महीनों में बारिश थोडी़ कम ही होती है। लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ बेहद कमजोर रहा है जिस कारण बारिश नहीं हो रही है। बारिश ना होने के कारण इसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। जहां मैदानी इलाकों में गेहूं की फसल बरबार दो रही है तो वहीं पहाड़ों पर सेब और अन्य फलों के उत्पादन पर इसका असर पड़ रहा है।