![ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को लेकर सामने आया बड़ा अपडेट, पढ़ें यहां ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन (1)](https://khabaruttarakhand.com/wp-content/uploads/2024/07/%E0%A4%8B%E0%A4%B7%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%B6-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A3%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%97-%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A4%B5%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%87%E0%A4%A8-1.jpg)
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना (Rishikesh-Karnprayag Rail Project) से जुड़ी अच्छी खबर सामने आ रही है. ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत पैकेज 6 में श्रीनगर (जीआईटीआई मैदान) से डूंगरीपंथ (धारी देवी स्टेशन) तक मुख्य सुरंग का बीते मंगलवार को ब्रेकथ्रू किया गया. जिसकी लंबाई कुल 9.05 किलोमीटर है. टनल का दोपहर तीन बजे 3.3 किलोमीटर पर ब्रेक-थ्रू कर आर-पार कर दिया गया है.
आर-पार हुई 9.05 किमी ये मुख्य सुरंग
बता दें इस परियोजना के तहत मुख्य सुरंग और आपातकालीन एस्केप सुरंग के निर्माण के साथ-साथ दो अतिरिक्त एडिट सुरंगों का भी निर्माण किया गया है. एडिट पांच श्रीकोट गंगा घाटी के पास और एडिट 6 सुईट गांव में स्थित हैं. सुरंग की खुदाई के बाद फाइनल कंक्रीट लाइनिंग कार्य तेजी से प्रगति पर है. अब तक मुख्य मार्ग में 5.29 किलोमीटर और एस्केप सुरंग में 3.6 किलोमीटर लाइनिंग कार्य पूरा हो चुका है.
2026 तक पूरा होगा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम
बता दें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन 126 किलोमीटर लंबी है, जो ऋषिकेश के योग नगरी रेलवे स्टेशन से भारत के उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में कर्णप्रयाग तक चलेगी. इस प्रोजेक्ट के साल 2026 के आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग के लिए 17 सुरंग बनाए जा रहे हैं. यह रेल मार्ग 126 किलोमीटर का होगा. इस रेल लाइन में 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. जबकि 17 सुरंग और 35 पुल हैं.