देहरादून पुलिस ने राज्य सम्पत्ति विभाग के फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी द्वारा एक व्यक्ति से उसकी पुत्री की नौकरी लगाने के एवज में वसूली की थी। इसके अलावा आरोपी ने जिलाधिकारी कार्यालय में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर धोखाधडी की थी। आरोपी के कब्जे से अलग-अलग विभागों के फर्जी पहचान पत्र व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
पुलिस द्वारा दी जानकारी के मुताबिक अनमोल गुप्ता पुत्र मनोज गुप्ता निवासी 52 आढ़त बाजार ने पुलिस को तहरीर में बताया कि उनका प्रिन्स चौक पर त्रिरूपति ट्रेवल्स नाम से व्यवसाय है। 18 जनवरी को उनकी दुकान पर एक लड़का आया था। जिसने अपना नाम संजय कुमार पुत्र प्रेमदास निवासी कचहरी पौड़ी बताया था। युवक उनकी दुकान से एक स्कूटी किराये पर ले गया था। युवक ने उन्हें दस दिनों तक स्कूटी का किराया दिया था। लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद युवक उनकी गाडी वापस लौटने नहीं आया और ना ही फोन उठा रहा है।
नौकरी लगाने के एवज में करता था वसूली
वहीं जगदीश सिंह पुत्र भरत सिंह निवासी सहस्त्रधारा रोड़ देहरादून द्वारा तहरीर दी गयी कि उनके पडोस मे रहने वाले एक व्यक्ति के माध्यम से उनकी पहचान अवनीश भट्ट नाम के एक व्यक्ति से हुई। जिसका उनके पडोसी के घर आना जाना था। अवनीश ने अपना पहचान पत्र दिखाते हुए स्वंय को उत्तराखंड सचिवालय में राज्य सम्पत्ति विभाग में वर्ग-2 का अधिकारी बताया जाता था। व्यक्ति ने अपनी पुत्री के नौकरी के संबंध में अवनीश भट्ट से बात की।
अवनीश ने डीएम कार्यालय देहरादून में डाटा ऑपरेटर के पद पर उनकी नियुक्ति लगवाने की बात कही गई तथा उसके लिये आवश्यक दस्तावेज तैयार करने के एवज में उनसे 20 हजार रुपए की मांग की। जिस पर उन्होंने पैसे अवनीश को दे दिए इसके साथ ही बेटी के दस्तावेज भी आरोपी को सौंप दिए।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पीड़ित व्यक्ति ने बताया एक सप्ताह बाद अवनीश भट्ट व्यक्ति की बेटी को एक नियुक्ति पत्र दिया गया जो जिलाधिकारी कार्यालय से जारी किया गया था। नियुक्ति पत्र को लेकर जब उनकी पुत्री जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची तो कार्यालय के माध्यम से उन्हें ज्ञात हुआ कि वह नियुक्ति पत्र फर्जी है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलश शुरू की।दून पुलिस ने मंगलवार को आरोपी संजय कुमार पुत्र प्रेम दास को रेलवे स्टेशन के पीछे बारात घर के पास से स्कूटी समेत गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में कबूला की उसने ये स्कूटी किराये में ली है।
आरोपी संजय कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह बीए पास है और पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व वह टैक्सी कैब में काम करने के लिये देहरादून आया था, परन्तु उसमें ज्यादा फायदा न होने के कारण वह कचहरी में नैना फोटो स्टेट के नाम से एक दुकान मे नोटरी व अटैस्टेड का काम करने लगा।
आरोपी ने राज्य सरकार तथा केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों में अलग-अलग पद की अवनीत भट्ट के नाम से फर्जी पहचान पत्र तथा अवनीत भट्ट व संजय कुमार के नाम से अलग-अलग आधार कार्ड बनाये गये, जिससे उसने समाज कल्याण विभाग में पेन्शन, वृद्धावस्था पेंशन, आर्थिक योजना तथा श्रम विभाग में लोन का पैसा सेटेलमेन्ट का झांसा देकर कई लोगों से पैसों की ठगी की गयी।
कचहरी परिसर में काम करने के दौरान आरोपी की मुलाकात प्रिया नाम की एक युवती से हुई, जिसका अभियुक्त द्वारा समाज कल्याण विभाग में आर्थिक योजना का आवेदन पत्र भरा था, जिसका उसको लाभ मिला। अभियुक्त पर विश्वास होने पर प्रिया के माध्यम से उसकी मुलाकात जगदीश मुयाल से हुई। जिनसे आरोपी द्वारा उनकी बेटी की नौकरी लगाने की एवज में 20 हजार रुपए अपने परिचत के खाते में डलवाये थे।