लंदन के हाउस ऑफ लॉड्स यानि कि संसद में ग्लोबल ब्रिलिएंस अवार्ड शो का आयोजन किया गया था। जहां 28 जुलाई को उन्हें डिस्टिंग्विश लीडरशिप इन इंडियन फोक सिंगिंग अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश संसद में अपना मशहूर गाना ठंडो रे ठंडो भी गाया। जिस पर वहां मौजूद सभी लोग जमकर झूमे।
लंदन की संसद में नरेंद्र सिंह नेगी को सम्मान मिला है। उन्हें डिस्टिंग्विश लीडरशिप इन इंडियन फोक सिंगिंग अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। नरेंद्र सिंह नेगी अब तक 1500 से अधिक गाने गा चुके हैं। बता दें की उनका पहला गाना सन 1974 में रिकॉर्ड किया गया था। तब से नरेद्र सिंह नेगी के गाने उत्तराखंड़ीयों की जुबान पर जो चढ़े तो उतरे ही नहीं। घस्यारी, हल्दी हाथ, नौछमी नारेणा, स्लयान सयाली, धारी देवी ये नरेंद्र सिंह नेगी के कुछ गाने हैं जो जनता द्वारा खूब पसंद किए गए।
अब तक मिल चुके हैं कई सम्मान
12 अगस्त 1949 को उत्तराखंड के पौड़ी में जन्मे नरेंद्र सिंह नेगी ने उत्तराखंड की कुमाउंनी, गढ़वाली, जौनसारी सभी भाषाओं में गाने गाए हैं। नरेंद्र सिंह नेगी उत्तराखंड के गीत जगत का वो नाम है जिसने यहां की संस्कृति, यहां का इतिहास, और यहां की व्यथा सब अपने गानों में झोंक दी। नरेंद्र नेगी के गाने यहां की राजनीति से लेकर संस्कृति पर सीधा प्रभाव डालते हैं। गायन के क्षेत्र में नरेंद्र सिंह नेगी को गढ़रत्न, गढ़गौरव से लेकर सर्वश्रेष्ठ लोकगायक सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।