चारधाम यात्रा में हुई मौतों पर विपक्ष ने उठाए सवाल, कहा- पिछले साल से सरकार नहीं ले पाई सबक

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को शुरू हुए अभी महज 16 दिन ही हुए हैं लेकिन यात्रा के शुरुआती दो हफ़्ते उत्तराखंड के लिए और चारधाम यात्रा के लिए बहुत निराशाजनक रहे। जिसमे अभी तक 50 से अधिक यात्रियों की मौत हो चुकी है। चारधाम यात्रा जहां अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ रही है। लेकिन रिकॉर्ड तोड़ चारधाम यात्रा ने पहाड़ की बदहाल स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं की पोल खोल करके रख दी है। चारधाम में हुई मौतों को लेकर अब विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रही है।

दो दिन पहले चारधाम यात्रा में मृत्यु के आंकड़ों को लेकर गढ़वाल आयुक्त रवि शंकर पांडे ने जानकारी दी। आंकड़ों के मुताबिक चारधाम यात्रा में अब तक 50 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। मरने वाले लोगों में ज्यादातर 60 वर्ष की आयु से अधिक वाले लोग हैं। मिली जानकारी के मुताबिक रविवार तक चारधाम यात्रा में मरने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 56 हो गई है। मौत के कारण की बात करें तो यह कार्डियक अटैक साथ संबंधी समस्याएं और हायर एल्टीट्यूड बताया जा रहा है।

श्रद्धालु आराम से करें अपनी यात्रा
स्वास्थ्य विभाग के पास अब तक यात्रियों की मौत किस कारण हुई इसकी कोई सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। डीजी हेल्थ विनिता शाह का कहना है कि हमारी पूरी कोशिश है कि श्रद्धालुओं जगह-जगह पर स्क्रीनिंग हो और फिजिशयन द्वारा उनका चेकअप हो ताकि समय पर बीपी कंट्रोल हो जाए। श्रद्धालुओं को सलाह दी गई कि अपनी यात्रा आराम से करें। इसके साथ ही डीजी हेल्थ का कहना है कि डेथ का डाटा लिया जाएगा और एनालिसेस करने के बाद फ्यूचर प्लानिंग की जा सकें।

52 लोगों की मौत एक चिंताजनक विषय
कांग्रेस अब इस मुद्दे पर सरकार को घेरती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का कहना है की 52 लोगों की मौत एक चिंताजनक विषय है और मुख्यमंत्री जी को स्वयं इस पर संज्ञान लेना चाहिए। बाहरी प्रदेश से आए व्यक्ति की जान माल की रक्षा की जिम्मेदारी आखिर किसकी है। स्वास्थ्य महकमा कहां है और जिनकी इस पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी है स्वयं स्वास्थ्य मंत्री कहां गायब है।

पिछले साल हुई मौतों से सरकार ने नहीं लिया सबक
शीशपाल बिष्ट का कहना है कि हमने सरकार को पहले भी चेताया था। लेकिन सरकार ने विगत वर्षों में हुई मृत्यु से कोई सबक नहीं लिया और स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को तत्काल प्रभाव से मामले का संज्ञान लेना चाहिए और स्वास्थ्य मंत्री को इस मामले की जांच करनी चाहिए।

बयानबाजी के बजाय विपक्ष करे सहयोग
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का कहना है कि मुझे लगता है कि कांग्रेस हो या कोई भी विपक्षी हो चारधाम यात्रा पर प्रश्न उठाना प्रदेश की छवि को धुमिल करने का प्रयास है। विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं लेकिन इस वर्ष अधिक संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा में आ रहे हैं। विपक्ष की मानसिकता उनकी यात्रा को प्रभावित करने की है। चारधाम यात्रा उत्तराखंड राज्य की अर्थिकी की रीढ़ है। इसलिए वो अनुरोध करना चाहते है कि विपक्ष चारधाम यात्रा पर बयानबाजी करने के बजाय सहयोग करने पर जोर दें।

Ad Ad

सम्बंधित खबरें