लखनऊ से घर वापस लौट रहे एक सीआरपीएफ के जवान को जहरखुरानी गिरोह ने रास्ते में लूट लिया। लेकिन मित्र पुलिस की सतर्कता ने जवान की जान बचा ली और उसे सुरक्षित उसके घर भी पहुंचाया। जिसके बाद से उनके परिजनों में खुशी का माहौल है।
मिली जानकारी के मुताबिक महोलिया निवासी दल बहादुर चंद सीआरपीएफ में लखनऊ में हवलदार के पर कार्यरत हैं। सोमवार को वो छुट्टी लेकर अपने घर खटीमा आ रहे थे। बस में बैठते वक्त उन्होंने अपने घर फोन कर इसकी जानकारी दी थी। लेकिन इसके बाद मंगलवार सुबह तक भी वो अपने घर नहीं पहुंचे। जब परिजनों ने उन्हें फोन किया तो वो बहकी-बहकी बातें कर रहे थे। उनकी बातें सुनकर परिजनों को ऐसा लग रहा ता जैसे किसी ने उन्हें नशा दिया हो।
परिजनों ने पुलिस से मांगी मदद
दल बहादुर चंद की ऐसी आवाज ने परिजनों की चिंता बढ़ा दिया। जिसके बाद उनके बड़े भाई अमाऊं निवासी पूर्व सैनिक अमर चंद ने कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच के महासचिव भुवन चन्द्र भट्ट को इस पूरी घटना के बारे में बताया। जिसके बाद उन्होंने इस मामले की जानकारी एसएसपी डॉ. मंजूनाथ को दी और मदद मांगी। जिसके बाद एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने उनकी फोन की लोकेशन को ट्रेस करवाया। जिसमें पता चला कि वो रामपुर में कहीं पर है।
पुलिस की मदद से सुरक्षित लौटे घर
एसएसपी ने एसआई अशोक कुमार को पीड़ित परिवार की मदद के लिए कहा। जिसके बाद पुलिस परिजनों के साथ रामपुर के लिए रवाना हुई। सीआरपीएफ जवान रामपुर में पेट्रोल पंप के पास बेहोशी की हालत में मिले। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां पता चला कि वो किसी जहरखुरानी गिरोह का शिकार हुए हैं। प्राथमिक उपचार के बाद परिजन और पुलिस उन्हें लेकर खटीमा लौटे। सुरक्षित घर लौटने पर सीआरपीएफ जवान और उनके परिवार ने कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच और पुलिस का आभार व्यक्त किया।