वर्दी थी और I-Card भी… यहां पकड़ा गया नकली लोको पायलट, दो साल से रेलवे को ऐसे लगा रहा था चूना

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Fake Loco Pilot Arrest: यूपी के इटावा में फर्जी लोको पायलट पकड़ा गया है. आरोपी पिछले दो साल से खुद को लोको पायलट बताकर विभिन्न ट्रेनों में सफर कर रहा था. उसका एक दोस्त असली लोको पायलट है, जिसकी नकल करते हुए आरोपी ने वर्दी और नकली आईडी कार्ड बनवा लिया था.

वर्दी थी और I-Card भी... इटावा में पकड़ा गया नकली लोको पायलट, दो साल से रेलवे को ऐसे लगा रहा था चूना
आरोपी आकाश कुमार.

उत्तर प्रदेश के इटावा में कालका नेता जी एक्सप्रेस (12312) ट्रेन में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब इंजन में बैठा एक युवक फर्जी लोको पायलट के रूप में पकड़ा गया. असली ड्राइवर राजेंद्र कुमार मीणा ने युवक की गतिविधियों पर शक जताते हुए टूंडला हेडक्वार्टर को तुरंत सूचना दी. सूचना मिलते ही ट्रेन को इटावा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर चार पर रोका गया और आरपीएफ की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को रंगे हाथों इंजन से उतारकर गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तार युवक की पहचान आकाश कुमार पुत्र राकेश कुमार, निवासी कौशल्या नगर, फिरोजाबाद के रूप में हुई है. आकाश ने लोको पायलट की पूरी वर्दी पहन रखी थी. गले में नकली पहचान पत्र लटका रखा था और नाम पट्टी भी लगी हुई थी. उसके पास से लाल और हरी झंडियां, लॉगबुक और अन्य जरूरी सामान भी बरामद किया गया. युवक इंजन में बैठकर दिल्ली की ओर सफर कर रहा था, लेकिन सतर्क चालक की वजह से उसकी पोल खुल गई.

दो साल से कर रहा था ट्रेनों में फर्जी सफर

जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि आरोपी आकाश पिछले दो साल से खुद को लोको पायलट बताकर विभिन्न ट्रेनों में सफर कर रहा था. उसका एक मित्र असली लोको पायलट है, जिसकी नकल करते हुए आकाश ने वर्दी और नकली आईडी कार्ड बनवा लिया. पूछताछ में उसने बताया कि वह केवल किराया बचाने के लिए फर्जी पायलट बनता था, लेकिन आरपीएफ और जीआरपी को शक है कि इसके पीछे ठगी और धोखाधड़ी का बड़ा खेल भी छिपा हो सकता है.

सिर्फ दसवीं तक पढ़ा आरोपी

गिरफ्तार युवक महज दसवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. इसके बावजूद वह असली लोको पायलट की तरह वर्दी पहनकर ट्रेनों में बैठता और लोगों को यह यकीन दिलाता कि वह रेलवे में कार्यरत है. सूत्रों के मुताबिक, उसने कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगने की कोशिश भी की है.

RPF की तत्परता और टीम की सराहना

आरपीएफ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही ट्रेन को रोका गया और आरोपी को पकड़कर जीआरपी इटावा के सुपुर्द कर दिया गया है. इस कार्रवाई में महिला कांस्टेबल चांदनी, हेड कांस्टेबल रामनरेश और कांस्टेबल श्याम सिंह जाट की अहम भूमिका रही.

रेलवे सुरक्षा पर उठे सवाल

हाल ही में टूंडला में एक फर्जी टीटीई पकड़ा गया था और अब इटावा में फर्जी लोको पायलट का मिलना रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है. यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे विभाग ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा व्यवस्थाओं को और पुख्ता करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं.

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