13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने बयान दिया है। पीएम मोदी ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है। उन्होनें कहा कि इस दुर्घटना पर वाद-विवाद या प्रतिरोध करने की बजाय हमें इसकी गहराई में जाना जरुरी है। हमें यह समझना जरुरी है कि इसे अंजाम क्यों दिया गया।
पीएम मोदी ने दिए जांच के आदेश
पीएम मोदी ने कहा कि हमें इस दुर्घटना की गहराई में जाना चाहिए और इसका समाधान निकालना चाहिए, जिससे यह दोबारा न हो सके। पीएम ने कहा कि इस घटना के बाद लोकसभा के स्पीकर ने गहराई से जांच करने के आदेश दिए हैं और हम सभी को भरोसा है कि इस साजिश के पीछे से पर्दा हट सकेगा। इसके साथ ही उन्होनें कहा कि हमें यह जानना जरुरी है कि इस घटना के पीछे आरोपियों के मंसूबे क्या थे और इसके पीछे कौन से तत्व सक्रिय थे।
लोकसभा अध्यक्ष ने सभी सांसदों को लिखा पत्र
वहीं इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों को एक पत्र लिखा है। ओम बिरला ने अपने इस पत्र में 13 दिसंबर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होनें इसमें बताया कि इस घटना के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है। लोकसभा अध्यक्ष ने अपने खत में लिखा, लोकसभा में 13 दिसंबर 2023 को जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है, वह निश्चित तौर पर हम सबके लिए गहरी चिंता का विषय है। इस घटना पर हमने सामूहिक रुप से सदन में चिंता व्यक्त की थी। उसी दिन मैंने इस विषय पर सभी दलों के नेताओं के साथ विचार विमर्श किया था कि किस प्रकार हम संसद की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं। उस बैठक में आपके द्वारा दिए गए महत्तवपूर्ण सुझावों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।