आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। इन उम्मीदवारों में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष Swati Maliwal भी शामिल है। राज्यसभा के लिए 19 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए आप पार्टी ने तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। केजरीवाल ने अपने मौजूदा सांसद संजय सिंह और एनडी गुप्ता को दोबारा से राज्यसभा भेजने की घोषणा की है जबकि सुशील गुप्ता को दूसरा मौका नहीं दिया है।
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटों में से 62 सीट पर आप के विधायक हैं। जबकि बीजेपी के 8 विधायक हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी ने स्वाति मालिवाल को ईमानदारी और पार्टी के प्रति वफादारी का इनाम दिया है। बता दें कि 2015 से स्वाति मालिवाल ने दिल्ली में महिला आयोग के अध्यक्ष का पद संभाला है। दिल्ली का हर आदमी उन्हें काफी अच्छे से पहचानता है।
कौन है Swati Maliwal?
स्वाति मालिवाल का जन्म 15 अक्टूबर 1984 को गाजियाबाद में हुआ था। शुरुआती शिक्षा अलग-अलग शहरों में हुई है। 2002 में स्वाति ने एमीटी स्कूल, नोएडा से इंटर पास किया। इसके बाद दिल्ली के आईपी यूनिवर्सिटी से सूचना प्रौघोगिकी में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
एनजीओ से शुरु किया काम
पढ़ाई के दौरान स्वाति समजासेवा से जुड़ गई और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन ग्रीनपीस के साथ काम करने लगी। इसके बाद अरविंद केजरीवाल के एनजीओ परिवर्तन के साथ जुड़ कर काम करने लगी। इसके बाद अरविंद केजरीवाल का विश्वास जीतते हुए स्वाति मालिवाल ने आप आदमी पार्टी से अपना सियासी सफर शुरु किया।
2015 में बनी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष
स्वाति मालीवाल आप पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। दिल्ली में आप पार्टी ने जब चुनाव लड़ा तो केजरीवाल के तमाम करीबी चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन स्वाति मालिवाल पार्टी के लिए काम करती रही। आप की सरकार बनने के बाद स्वाति को मुख्यमंत्री जन शिकायत प्रकोष्ठ का प्रमुख बनाया गया और मुख्यमंत्री के जनता संवाद में आने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी उन्हीं को सौंपी गई। 2015 में उन्हें दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।
महिलाओं की आवाज करेंगी बुलंद
स्वाति हर समय महिलाओं की आवाज को बुलंद करती आई है। इससे पहले वह तब चर्चाओं में आई थी जब बच्चियों से बलात्कार करने वालों को फांसी देने और कुछ अन्य मांगों के साथ वो दस दिन की भूख हड़ताल पर थीं। अब स्वाति के काम को देखते हुए ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल उन्हें राज्यसभा भेज रहे हैं ताकि स्वाति मालिवाल सांसद में भी महिलाओं के लिए बुलंद आवाज उठाएं।