रामनगर: तराई पश्चिम वन प्रभाग के DFO प्रकाश चंद्र आर्य के प्रयासों से फाटो टूरिस्ट ज़ोन बना पर्यटकों का नया पसंदीदा, जंगल सफारी का उठा रहे लुत्फ


रामनगर: उत्तराखंड सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में तराई पश्चिम वन प्रभाग की फाटो रेंज को इको-टूरिज्म ज़ोन में तब्दील किया गया है, जिसके बाद यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। दूर-दराज़ से लोग यहाँ पहुँच कर जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव ले रहे हैं। फाटो टूरिस्ट ज़ोन अब जंगल सफारी का नया हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। यहाँ आने वाले पर्यटकों को हाथी, टाइगर, हिरन, भालू और तेंदुआ जैसे वन्यजीवों के दीदार हो रहे हैं, जिससे उनका अनुभव और भी रोमांचक हो जाता है। साथ ही, जंगल के बीच बने ट्री हाउस और गेस्ट हाउस भी पर्यटकों को रात्रि विश्राम के लिए आकर्षित कर रहे हैं।

दिल्ली से आए एक पर्यटक ने बताया कि वे अपने परिवार के साथ फाटो घूमने आए हैं। उन्होंने बताया, “यहाँ की हॉस्पिटेलिटी और खाना बहुत अच्छा है। कल शाम हमें हाथियों का झुंड दिखा, टाइगर नहीं दिखा, लेकिन अन्य कई वन्यजीवों को देखने का मौका मिला। यह एक बहुत ही अच्छा अनुभव रहा।” तराई पश्चिम वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी प्रकाश चंद्र आर्य के प्रयास से दिसंबर 2021 में फाटो टूरिस्ट ज़ोन की शुरुआत हुई थी और जनवरी 2025 तक यहाँ 2 लाख 71 हजार से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। पिछले वर्ष से रात्रि विश्राम (नाइट स्टे) की सुविधा भी शुरू कर दी गई है।

वर्तमान में यहाँ 15 कमरे हैं, जिनका लगभग 60 प्रतिशत ऑक्युपेंसी रहता है। डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि विभाग लगातार कोशिश कर रहा है कि आने वाले पर्यटकों को सर्वोत्तम सुविधाएँ मिलें, जिससे उनका अनुभव यादगार बन सके। फाटो, अब ढिकाला जैसे लोकप्रिय टाइगर ज़ोन का विकल्प बनता जा रहा है, और आने वाले समय में यह क्षेत्र पर्यटन के लिहाज़ से और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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