बाबा जी बच गए – केदारधाम में होलिकाफ्टर हुआ क्रेश (देखिए वीडियो)

केदारनाथ the misaile news

उत्तराखंड में एक बार फिर हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है। केदारनाथ धाम को जा रहा हेलीकाप्टर शनिवार दोपहर को क्रैश हो गया। हालांकि, राहत की बात रही कि हेलकॉप्टर के क्रैश होने से किसी की जान नहीं गई है।


हेलीकॉप्टर क्रैश के समय पायलट समेत तीन लोग सवार थे। आपको बता दें कि इससे पहले भी केदारनाथ धाम के पास होलीकॉप्टर क्रैश हो चुका है। धाम के आसपास पल-पल बदलता मौसम हेलीकॉप्टर पायलट के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है।

विदित हो कि पिछले 15 दिनों में उत्तराखंड चारधाम यात्रा रूट पर तीन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं।

उत्तराखंड में एक बार फिर हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है। केदारनाथ धाम को जा रहा हेलीकाप्टर शनिवार दोपहर को क्रैश हो गया। हालांकि, राहत की बात रही कि हेलकॉप्टर के क्रैश होने से किसी की जान नहीं गई है।
हेलीकॉप्टर क्रैश के समय पायलट समेत तीन लोग सवार थे। आपको बता दें कि इससे पहले भी केदारनाथ धाम के पास होलीकॉप्टर क्रैश हो चुका है। धाम के आसपास पल-पल बदलता मौसम हेलीकॉप्टर पायलट के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है। विदित हो कि पिछले 15 दिनों में उत्तराखंड चारधाम यात्रा रूट पर तीन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं।
उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर हादसों में छह तीर्थ यात्रियों की जान भी चली गई है, जबकि तीन श्रद्धालु घायल भी हुए थे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम की ओर से श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है। हेलिकॉप्टर हादसे के वक्त में पायलट के अलावा एक डॉक्टर और एक नर्सिंग स्टाफ सवार थे, सभी सुरक्षित हैं।जिला पर्यटन अधिकारी एवं नोडल हेली सेवा प्रभारी राहुल चौबे ने जानकारी देते हुए बताया कि एक महिला श्रद्धालु को केदारनाथ धाम में सांस लेने में अत्यधिक दिक्कत होने पर राज्य सरकार की ‘संजीवनी’ हेली एंबुलेंस सेवा की मदद ली गई थी। हेली में सवार टीम में एम्स से एक डॉक्टर और एक नर्सिंग स्टाफ भी शामिल थे।
हेलीकॉप्टर में आई थी तकनीकि खराबी
केदारनाथ धाम के पास मुख्य हेलीपैड पर उतरने से कुछ पहले ही तकनीकी खराबी आने के संकेत मिले, जिसे पायलट ने समय रहते समझ लिया और तय हेलीपैड से पहले ही लैंडिंग करने का प्रयास किया कि इसी दौरान क्रैश लैंडिंग हुई। लैंडिंग के दौरान हेलिकॉप्टर का टेल रोटर टूट गया है।

इस घटना की तकनीकी जांच नागरिक उड्डयन महानिदेशालय डीजीसीए द्वारा की जाएगी, जिससे सही कारणों का पता चल सके। पायलट की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया, जिसकी सभी ओर सराहना की जा रही है।


उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर हादसों में छह तीर्थ यात्रियों की जान भी चली गई है, जबकि तीन श्रद्धालु घायल भी हुए थे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम की ओर से श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है।

आज हेलिकॉप्टर हादसे के वक्त में पायलट के अलावा एक डॉक्टर और एक नर्सिंग स्टाफ सवार थे, सभी सुरक्षित हैं।जिला पर्यटन अधिकारी एवं नोडल हेली सेवा प्रभारी राहुल चौबे ने जानकारी देते हुए बताया कि एक महिला श्रद्धालु को केदारनाथ धाम में सांस लेने में अत्यधिक दिक्कत होने पर राज्य सरकार की ‘संजीवनी’ हेली एंबुलेंस सेवा की मदद ली गई थी। हेली में सवार टीम में एम्स से एक डॉक्टर और एक नर्सिंग स्टाफ भी शामिल थे।

तकनीकी खराबी आई थी हेलीकॉप्टर में
केदारनाथ धाम के पास मुख्य हेलीपैड पर उतरने से कुछ पहले ही तकनीकी खराबी आने के संकेत मिले, जिसे पायलट ने समय रहते समझ लिया और तय हेलीपैड से पहले ही लैंडिंग करने का प्रयास किया कि इसी दौरान क्रैश लैंडिंग हुई। लैंडिंग के दौरान हेलिकॉप्टर का टेल रोटर टूट गया है।

इस घटना की तकनीकी जांच नागरिक उड्डयन महानिदेशालय डीजीसीए द्वारा की जाएगी, जिससे सही कारणों का पता चल सके। पायलट की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया, जिसकी सभी ओर सराहना की जा रही है।

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