उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा चल रही है। इस यात्रा को शुरू हुए पांच दिन हो गए हैं। अब ये यात्रा मलेथा से श्रीकोट बढ़ गई है। वहीं कांग्रेस की इस यात्रा पर राज्य में सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है।
कांग्रेस की पैदल यात्रा पर भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि केदारनाथ में होने वाले उपचुनाव और करन माहरा अपनी कुर्सी बचाने के लिए इस यात्रा को कर रहे हैं। जिससे राज्य की चारधाम यात्रा पर इसका विपरित असर पड़ रहा है। वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता दिनेश अग्रवाल का कहना है कि करन माहरा सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं।
कमजोर होती स्थिति को छिपाने के लिए की जा रही ये यात्रा
दिनेश अग्रवाल ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस की हार के कारणों की पड़ताल को पहुंचे फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष पीएल पुनिया के सामने सभी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष की मुखालफत की अब सभी दिखावे को साथ है। अगर सभी अध्यक्ष के साथ हैं तो वे ऐलान करें कि 2027 तक करन माहरा ही कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए रखे जाएं। दिनेश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ पार्टी में अपनी कमजोर होती स्थिति को छिपाने के लिए ये यात्रा निकाल रहे हैं।
कांग्रेस की केदारनाथ यात्रा नहीं है कुर्सी बचाओ यात्रा
कांग्रेस का दिनेश अग्रवाल के बयान पर कहना है कांग्रेस के एक भगोड़े ने ये बयान दिया है की कुर्सी बचाओ यात्रा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा इन सभी नेताओं को ऐसे बयान बाजी करने के आदेश दिए गए हैं। ऐसे भगोड़े नेता भारतीय जनता पार्टी की हाथ की कठपुतली बन चुके हैं और उनकी मानसिक स्थिति खराब होने के कारण ऐसी बयान बाजी कर रहे हैं। ऐसे नेताओं को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।
केदारनाथ धाम में सोने की चोरी की हो जांच
बीते रोज इसी मुद्दे कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले को उठाया और भाजपा के द्वारा अनर्गल बयानबाजी को बेबुनियाद बताया। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केदारनाथ यात्रा पर राजनीति न करने की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने केदारनाथ धाम में सोने की चोरी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की।