![Delhi Assembly Election 2025: 5 फरवरी से पहले ही दिल्ली में वोटरों ने डाले वोट, घर बैठे हुआ मतदान Delhi Assembly Election 2025 ELECTION COMMISSION OF INDIA](https://khabaruttarakhand.com/wp-content/uploads/2025/01/117510370_11zon.jpg)
5 फरवरी को दिल्ली में मतदान (Delhi Assembly Election 2025) होने वाले है। ऐसे में उससे पहले ही वोट डालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 80 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से वोट डालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
दरअसल चुनाव आयोग (ELECTION COMMISSION OF INDIA) ने इन मतदाताओं के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। जिसमें उनके घर जाकर वोटिंग की सुविधा दी जा रही है। ये पहल उन लोगों के लिए है जो मतदान केंद्र तक जाने में असमर्थ हैं। इसमें सीनियर सिटीजन के अलावा स्पेशली एबल्ड वोटर्स भी शामिल है।
![Delhi Assembly Election 2025: 5 फरवरी से पहले ही दिल्ली में वोटरों ने डाले वोट, घर बैठे हुआ मतदान Delhi Assembly Election 2025 starts today for senior citizen and specially abled people](https://khabaruttarakhand.com/wp-content/uploads/2025/01/6793807043608-delhi-election-245834612-16x9_11zon.jpg)
कैसे हो रही है वोटिंग? (Delhi Assembly Election 2025)
दिल्ली में 80 साल से अधिक उम्र के वोटर्स की संख्या 1 लाख 9 हजार से ज्यादा हैं। इनमें से 6400 वरिष्ठ नागरिकों ने चुनाव आयोग को घर से मतदान करने का अनुरोध किया था। इस खास विकल्प के लिए इन लोगों को 15 जनवरी तक आयोग की वेबसाइट पर फॉर्म 12D भरना अनिवार्य था।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। दिल्ली में करीब 80 हजार दिव्यांग मतदाताओं में से लगभग 1000 ने घर से मतदान की अनुमति मांगी थी।
क्या है प्रक्रिया?
जिन लोगों ने इस सुविधा के लिए आवेदन किया था। उनके घर पर चुनाव आयोग के अधिकारी पहुंच रहे हैं। वे मतदाता का पोस्टल वोट करवाकर उसे सील बंद लिफाफे में जमा कर रहे हैं। यह प्रक्रिया पूरी गोपनीयता और पारदर्शिता के साथ की जा रही है।
अगले कुछ दिनों में चुनाव आयोग इसी तरह कराएगा वोट
इस अभियान के तहत वेस्ट दिल्ली में सबसे अधिक 1000 से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों ने घर से मतदान की सुविधा ली है। वहीं, साउथ वेस्ट दिल्ली में 244 दिव्यांग मतदाताओं को यह सेवा दी जा रही है। ये पहल उन मतदाताओं के लिए बड़ी राहत है, जो शारीरिक दिक्कतों के कारण मतदान केंद्र तक नहीं जा सकते। चुनाव आयोग का ये कदम मतदान को हर वर्ग के लिए आसान और समावेशी बनाने की दिशा में सराहनीय है।