



धामी सरकार ने भ्रष्टाचार पर बड़ा एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पेयजल निगम के रिश्वतखोर चीफ इंजीनियर को निलंबित किया गया है। आरोपी ने पीड़ित से नौकरी के नाम पर लाखों रुपए की रिश्वत मांगी थी।
नौकरी के नाम पर मांगी लाखों की रिश्वत
मामले को लेकर संजय कुमार निवासी काशीपुर ने तहरीर दी थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि साल 2022 में निर्माण मंडल देहरादून के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता सुजीत कुमार ने उनकी फर्म को विभाग में काम दिलाने और उसका पंजीकरण कराने का आश्वासन दिया था।
पत्नी के नाम पर चल रहा था खेल
चीफ इंजीनियर ने बदले में कथित तौर पर सुजीत कुमार के कहने पर ‘कुच्चू-पुच्चू एंटरप्राइजेज’ नाम की फर्म के खाते में पांच किश्तों में कुल 10 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जांच में पता चला कि उस फर्म की पार्टनर खुद सुजीत कुमार की पत्नी हैं। शिकायत के साथ बैंक खातों और स्टाम्प पेपर से संबंधित दस्तावेज भी संलग्न किए गए थे।
चीफ इंजीनियर को किया निलंबित
मामला संज्ञान में आने के बाद विभाग की ओर से सुजीत कुमार को सफाई देने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया था। जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जिसे गंभीरता से लेते हुए सीएम धामी के निर्देशा पर कार्मिक एवं सतर्कता विभाग ने मामले की जांच शुरू की। आरोप सही पाए जाने पर चीफ इंजीनियर को निलंबित कर दिया है