हल्द्वानी the misaile
दिल्ली में पढ़े लिखे और खिलाड़ी रहे हल्द्वानी शहर के जाने माने शिक्षाविद श्री समित टिक्कू ने आम बजट 2024-25 पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के आज के बजट प्रस्तुति का उद्देश्य आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने और राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने के बीच संतुलन बनाना दिखा।
हालाँकि बजट कुछ सकारात्मक पहल पेश करता है, लेकिन इसकी अपनी सीमाएँ और चुनौतियाँ भी हैं। सकारात्मक बातें जैसे संशोधित आयकर संरचना, व्यक्तियों के लिए कर बचत प्रदान करना, क्रेडिट गारंटी योजनाओं और रोजगार से जुड़े प्रोत्साहनों के माध्यम से एमएसएमई के लिए समर्थन, कम राजकोषीय घाटे के लक्ष्य के साथ राजकोषीय अनुशासन कायम करने की कोशिश की गई है।
समित टिक्कू ने कहा कि बेरोजगारी और ग्रामीण संकट, स्टार्टअप और इनोवेशन के लिए बजट में कुछ महत्वपूर्ण प्रोत्साहन देने की आवश्यकता थी। वहीं वैश्विक आर्थिक रुझानों पर निर्भरता विकास अनुमानों को प्रभावित कर सकती है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में शिक्षा क्षेत्र का आवंटन बढ़कर ₹ 1.48 लाख करोड़ हुआ है जो कि अच्छा कदम है जिसे और बड़ाए जाने की आवश्यकता है,
प्रशिक्षुता योजना और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के उन्नयन सहित नई कौशल कार्यक्रमों का शुभारंभ डिजिटल शिक्षा पर जोर ध्यान दिया गया है जो सरकार का अच्छा कदम है व्यावसायिक शिक्षा का मुख्य धारा की शिक्षा के साथ एकीकरण करना एक अच्छा प्रयास है। छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन पर भी जोर दिया गया है वहीं अनुभावात्मक शिक्षा और कौशल विकास पर जोर देने के साथ (NEP) को लागू करने पर निरंतर ध्यान केंद्रित किया गया है।