भारतीय सेना में अपनी अलग पहचान रखने वाली 18 कुमाऊं रेजीमेंट के पूर्व सैनिकों ने अपना 48वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम का आयोजन एक निजी बैक्वेट हॉल में किया गया था।
18 कुमाऊं रेजीमेंट के पूर्व सैनिकों ने मनाया स्थापना दिवस
18 कुमाऊं रेजीमेंट के 48वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों ने इस मौके पर सेना में बिताए अपने कार्यकाल को याद किया। इसके साथ ही 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भारतीय सेना में गौरवशाली यादों को भी साझा किया। इसके साथ ही सभी ने एक दूसरे को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी।
सेना में बिताए पलों को किया याद
मौके पर उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों ने बताया कि 1 जनवरी, 1976 को भारतीय फौज में 18 कुमाऊं रेजीमेंट की स्थापना की गई थी। कुमाऊं रेजीमेंट के 13 सदस्यों ने सुंदरढूंगा घाटी के दुर्गाकोट चोटी को फतह किया था। यह चोटी समुद्र तल से 5800 मीटर ऊंची है। सेना की किसी भी टुकड़ी ने पहली बार यहां चढ़ाई करने में सफलता हासिल की थी।
गौरवशाली रहा है 18 कुमाऊं रेजीमेंट का इतिहास
भूतपूर्व सैनिकों ने बताया कि कुमाऊं रेजीमेंट के पर्वतारोही दल ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए इस चोटी पर चढ़ाई की और फतह हासिल की। बनता दें भारतीय सेना में 18 कुमाऊं रेजीमेंट का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है।