आगामी 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने है। ऐसे में केदारनाथ धाम के यात्रा को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। इस बीच गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर कुबेर गदेरे में हिमखंड टूटने से रास्ता बाधित हो गया। रास्ते में लगभग 100 मीटर क्षेत्र तक बर्फ फैल गई है।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर हिमखंड टूटा
बता दें बीते मंगलवार को पैदल मार्ग पर कुबेर गदेरे पर पसरे हिमखंड का ऊपरी हिस्सा भरभराकर ढह गया। जिससे टनों बर्फ रास्ते के 100 मीटर चौड़ाई वाले हिस्से में फैल गई। हिमखंड टूटने की रफ्तार इतनी तेज थी कि बर्फ रास्ते को पार कर कुछ ही देर में गहरी खाई तक पहुंच गई।
बर्फ हटाने में लग सकता है इतना समय
गनीमत ये रही कि इस दौरान पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही नहीं हो रही थी। वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने बताया कि हिमस्खलन की घटना के दौरान रास्ते में दोनों तरफ से कोई आवाजाही नहीं थी। अगले चार से पांच दिन में प्रभावित हिस्से की बर्फ हटा दी जाएगी।
बर्फबारी से बिजली, पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त
जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम में हर दिन दोपहर बाद बर्फबारी हो रही है, जिस कारण बर्फ हटाने के काम में जुटे मजदूरों को भी दिक्कतें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि बर्फबारी से पैदल मार्ग पर बिजली, पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हुई है. जिनके ट्रीटमेंट का काम भी शुरू किया जा रहा है।