गौलापार मे डिग्री कॉलेज जमीन की लिए हर दाँव चलने को तैयार शिक्षा मंत्री ,कही यह बात

हल्द्वानी skt.com

गौलापुर में डिग्री कॉलेज के लिए भूमि चयन को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत काफी आतुर दिखे उन्होंने कहा कि अगर वन भूमि से जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रही है तो गोलापार में जिस भी कीमत पर जमीन मिल रही है उसके लिए दो बीघा जमीन खरीदी जा सकती है उन्होंने कहा कि दो बीघा से तो कॉलेज नहीं चलेगा लेकिन फिलहाल कॉलेज को चलाए रखने के लिए ऐसा भी प्रयास करना पड़े तो इसके लिए पीछे नहीं हटेंगे उन्होंने कहा उसके बाद उसे भूमि में कोई जरूरी कार्यालय तथा कॉलेज के लिए भूमि उपलब्ध होने पर उसमें इसे स्थानांतरित किया जा सकेगा

डॉ धन सिंह रावत उच्च शिक्षा निदेशालय गौलापार में 189.53 लाख की लागत से उच्च शिक्षा निदेशालय में टाईप-2 आवासीय भवनों का लोकार्पण के साथ ही 10.29 लाख की लागत से कौशल विकास केन्द्र व 82.58 लाख की लागत से उच्चशिक्षा निदेशालय मे कांफ्रेन्स हाॅल का शिलान्यास किया।


उच्चशिक्षा मंत्री डा0 धनसिंह ने कहा कि प्रदेश मेे 100 प्रतिशत विद्यालयों में टीचरों की नियुक्ति कर दी गई है। उन्होंने कहा कुमायू मण्डल के ओखलकांडा, बेतालघाट व धारी विकास खण्डों में 56 शिक्षकों के रिक्त पद थे शतप्रतिशत रिक्त पदों के सापेक्ष तैनाती कर दी है।


उन्होंने कहा प्रदेश के उच्च शिक्षा कालेजों में शतप्रतिशत पुस्तकें उपलब्ध करा दी गई हैं। सभी कालेजों के लिए भवन, खेल सामग्री, लाईबे्ररी,शौचालय, फर्नीचर आदि उपलब्ध करा दिये गये हैं।


उन्होने कहा कि उच्च शिक्षा का यूके एवं इन्फोसिस सिं्प्रगबोर्ड के एम.ओ.यू. होने से राज्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित होगा। इससे राज्य के उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों को नया अनुभव मिलेगा। यह राज्य को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए निरंतर नई योजनाओं का संचालन कर रही है। उच्च शिक्षा की पढ़ाई के बाद युवा खाली न बैठें, इसके लिए अनेक कार्ययोजनाओं पर कार्य किये जा रहे हैं।
उन्होने कहा कि उच्च शिक्षा में जो बच्चे रिसर्च करते हैं उनको भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है साथ ही उच्च शिक्षा मे टाॅपर बच्चों को प्रतिमाह 1500 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा बच्चों को उद्यमिता के लिए 20 बच्चों का चयन किया गया है। उच्च शिक्षा में रोजगार परक योजनायें संचालित की जा रही है जिससे बच्चे रोजगार के साथ लोगों को स्वरोजगार से जोड सकते हैं।


प्रेस नोट -3

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