आदि कैलाश यात्रा के लिए मार्च शुरू होते ही पर्यटकों पर्यटन विभाग और कुमाऊं मंडल विकास निगम से पूछताछ शुरू कर दी है। अब तक दो लाख से भी ज्यादा लोगों ने इसके बारे में जानकारी ली है। जिसके बाद माना जा रहा है कि इस बार आदि कैलाश यात्रा सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी।
पर्यटन विभाग और कुमाऊं मंडल विकास निगम से मार्च आते ही दो लाख से ज्यादा लोगों ने आदि कैलाश यात्रा के बारे में जानकारी ली है। जिसके बाद इस बार रिकार्ड पर्यटकों के आने की उम्मीद है। बता दें कि इस बार पिथौरागढ़ के लिए विमान सेवा भी शुरू हो चुकी है जिसके बाद माना जा रहा है कि आदि कैलाश ज्यादा संख्या में यात्री आएंगे।
शीतकाल में बर्फबारी के कारण बंद रहती है यात्रा
बता दें कि आदि कैलाश समुद्रतल से 16500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। जबकि 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित नाभीढांग ओम पर्वत स्थित है। जिसके दर्शनों के लिए हर कोई आना चाहता है। शीतकाल में बर्फबारी होने के कारण यात्रा बंद होती है। फिर गर्मियों में फिर से यात्रा शुरू होती है।
पीएम मोदी के आने के बाद ज्यादा आ रहे पर्यटक
गर्मियों की शुरूआत होते ही लोग आदि कैलाश यात्रा के बारे में पूछने लगे हैं। दिल्ली, मुंबई, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु सहित कई स्थानों से लोग यात्रा के बारे में जानकारी ले रहे हैं। बड़ी संख्या में पर्यटकों के जानकारी लेने के कारण पर्यटन विभाग और कुमाऊं मंडल विकास निगम उत्साहित है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पीएम मोदी के आदि कैलाश दर्शन करने के लिए आने के बाद से यहां ज्यादा पर्यटक आ रहे हैं। पीएम मोदी के दौरे के बाद से देश- विदेश में आदि कैलाश को बड़ी पहचान मिली है