तीसरा बच्चा होने पर ग्राम प्रधान को पद से हटाया, हरिद्वार की इस पंचायत का है मामला



तीसरा बच्चा होने पर ग्राम प्रधान को पद से हटाया
घर में तीसरी संतान की खुशखबरी आई तो हरिद्वार की नगला कुर्द की ग्राम प्रधान रेशमा की कुर्सी चली गई. जिलाधिकारी ने जाँच के बाद ग्राम प्रधान को हटाने के आदेश दिए हैं.


एक तरफ जहां परिवार तीसरे बच्चे के आने की खुशी से सराबोर था तो वहीं दूसरी ओर संतान के आने के बाद भीतर ग्राम प्रधान को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ गया. मामला बहादराबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत नगला खुर्द का है. ग्राम पंचायत के अलीजान ने ग्राम प्रधान रेशमा के खिलाफ जांच की मांग की थी. डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने तहसीलदार व खंड विकास अधिकारी बहदराबाद को जांच के आदेश दिए. जांच रिपोर्ट के आधार पर उप जिलाधिकारी हरिद्वार ने ग्राम प्रधान को अयोग्य घोषित कर दिया था.

आयोग्य घोषित हुई ग्राम प्रधान
प्रधान ने इसे आदेश के विरुद्ध मुख्य विकास अधिकारी से अपील की थी. जिस पर फिर जांच हुई. जानकारी के अनुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास की जांच के बाद ग्राम प्रधान को एक हफ्ते में कारण बताओ नोटिस दिया गया पर जवाब नहीं मिला. जिसके बाद हरिद्वार के डीएम की ओर से ग्राम प्रधान रेशमा को पद से हटाने के आदेश दे दिए गए हैं. बताते चलें प्रदेश में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के लिए दो बच्चों की बाध्यता है. तीसरी संतान होने पर प्रतिनिधि को अयोग्य माना जाता है

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