#Lakshy अपने भव्य स्वागत से अभिभूत लक्ष्य ने भारी मन से कहा पदक छूट गया जिसका उन्हें दुख है

ओलंपिक में भारत की पदक की उम्मीद लक्ष्य सेन आज अपने घर अल्मोड़ा जाते वक्त हल्द्वानी में रुके जहां खेल प्रेमियों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

खेल प्रेमियों के स्वागत से गदगद लक्ष्य और उसकेकोच तथा माता-पिता में कहा कि हमें लक्ष्य से उम्मीद थी लेकिन हमारे हाथ से पदक निकल गया जिसका हमें बहुत दुख है

वही भारी मन से लक्षय ने कहा कि वह गोल्ड लेने के प्रयास में लगे हुए थे लेकिन जो कमियां मुझ में थी वह अगली बार नहीं रहेगी और इन सभी कमियों को सुधारते हुए भारत के लिए पदक लाना मेरा मुख्य सपना होगा

जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे बड़े दुख है कि मैं भारत के लिए गोल्ड नहीं ला पाया,कहा लेकिन मेरा प्रयास रहेगा की आगे मैं भारत के लिए गोल्ड लाऊ।
लक्ष्य सेन ने कहा कि जिस प्रकार से भारत के लोगों का प्यार मुझे पेरिस के अंदर और पेरिस के बाहर दिखाई पड़ा मेरे लिए गर्व की बात है, लेकिन मैं अपने देश के लिये गोल्ड नहीं ला सका इसका मुझे दुख है। वही उनके पिता ने कहा कि मैं अपने बेटे का पिता होने के साथ-साथ कोच भी हूं। बताया कि लक्ष्य जब गोल्ड नही ला पाया तो वह काफी मायूस और रोया था।

उसका कहना था जिस प्रकार से भारत का नेतृत्व बैडमिंटन एकल में मैंने किया मुझे पूरी आशा थी कि मैं भारत को बैडमिंटन में गोल्ड दिलाऊंगा लेकिन मैं उसमें खरा नहीं उतर पाया। लेकिन मैं अपनी जो भी कमी रही उसको पूरा करूंगा।


वहीं उत्तराखंड पुलिस की तरफ से लक्ष्य को नौकरी देने का भी ऑफर आया है लेकिन लक्ष्य ने अभी तक उसका कोई भी जवाब नहीं दिया है।

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