पैसों के लालच में डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के तीसरे आरोपी को हरिद्वार पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल के निर्देश पर इंस्पेक्टर रविंद्र शाह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपियों को सलाखों के पीछे भिजवाने का काम किया है. जिसके बाद चौतरफा इंस्पेक्टर रविंद्र शाह की तारीफ हो रही है.
मामले को लेकर डोईवाला निवासी रमेश चन्द ने खानपुर थाने में अपने बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि उनका बेटा रमेश चन्द (48) प्रॉपटी डीलर का काम करता है. आठ दिसंबर को रमेश चन्द अपने प्रॉपर्टी के काम से खानपुर स्थित अपने ऑफिस गया था. लेकिन देर रात तक भी वो घर नहीं लौटे. रमेश चन्द का फोन भी ऑफ दिखा रहा था. तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
एसएसपी हरिद्वार ने एसपी देहात शेखर सुयाल और सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल के पर्यवेक्षण में खानपुर इंस्पेक्टर रविंद्र शाह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की. गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज, गुमशुदा का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए एक साथ कई एंगलों पर काम किया. मामले को लेकर सैकड़ों संदिग्धों से पूछताछ की गई. पूछताछ में चंद्रपुरी खादर गांव के दो संदिग्धों पर शक होने पर पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की.
दोनों आरोपियों ने कबूला अपना गुनाह
दोनों संदिग्ध पुलिस के सवालों के जवाब नहीं दे पाए. दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर बताया कि उन्होंने अपने तीसरे साथी के साथ मिलकर पैसों के लालच में प्रॉपर्टी डीलर को मौत के घाट उतार दिया. पकड़े गए दोनों आरोपी रॉबिन और अक्षय दोनों हरिद्वार के निवासी हैं. आरोपियों ने बताया कि रामशंकर की चन्दपुरी खादर में जमीन होने के कारण अक्सर उसका वहां आना जाना लगा रहता था.
आरोपियों ने बताया प्रॉपर्टी का काम होने के कारण अक्सर उसके द्वारा बड़ा अमाउंट कैश मे लाकर उस क्षेत्र में डील किया जाता था. दोनों आरोपी इस बात को जानते थे कि रामशंकर अच्छे पैसे वाला व्यक्ति है अगर कभी कहीं मौका मिले तो इसको दबोचकर एक साथ बढ़िया पैसा मिल सकता है. आठ दिसंबर को दोनों ने अपने साथी अंकित के साथ कम्बलपुर खेतों की तरफ गये थे. जहां अचानक इनको रामशंकर दिखा.
जमीन दिखाने के बहाने बुलाया था सुनसान जगह
आरोपियों ने रामशंकर को जमीन दिखाने के बहाने सुनसान जगह बुलाया और सुनसान इलाका मिलने पर खेत में पकड़ लिया. आरोपियों ने प्रॉपर्टी डीलर रामशंकर का मुंह दबाकर हाथ पैर बांध दिए. उन्होंने जब रामशंकर की तलाशी ली तो आरोपियों को उसके पास से केवल 400 रुपए की नगदी ही मिली. दूसरी तरफ रामशंकर भी मुंह खुलने पर बार-बार कह रहा था कि तुम लोगों ने बहुत गलत किया है तुमको इसकी सजा भुगतनी पड़ेगी.
पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने रामशंकर का मोबाईल लेकर उसे मारपीट और डरा धमकाकर उसके फोन का पासवर्ड और फोन-पे के पिन की जानकारी ले ली. रामशंकर के बार बार चिल्लाने और जेल जाने के डर से आरोपियों ने रामशंकर के पूरे मुंह पर टेप लगा दिया और उसका मुंह बन्द कर दिया. जिस वजह से दम घुटने से प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई.
तीनों आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए अपनी कार से चन्दपुरी घाट लाए. उसके बाद शव को एक कट्टे में डालकर गहरा गड्ढा खोदकर रेत में दफन कर दिया और चुपचाप वापस अपने-अपने घर आ गए. आरोपियों ने पूरी वारदात को शातिराना तरीके से अंजाम दिया था. लेकिन हरिद्वार पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर की रहस्यमई गुमशुदगी को सुलझा कर तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर सलाखों के पीछे भेज दिया है