सीएम धामी ने दिए अधिकारियों को निर्देश, जल्द लाई जाए नई योग नीति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। सीएम धामी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखंड को आयुष और वेलनेस के क्षेत्र में प्रमुख डेस्टिनेशन बनाने के प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य किए जाएं।

सीएम ने कहा उत्तराखण्ड को विश्व का सर्वश्रेष्ठ योग गंतव्य बनाने के लिए नई योग नीति शीघ्र लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पंचकर्मा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किये जाएं। राज्य में जड़ी बूटियों के उत्पादन को और बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए आयुष विभाग उद्यान और वन निगम से समन्वय कर संग्रह और विपणन की उचित व्यवस्था की जाए।

सीएम ने आम नागरिकों तक आयुष चिकित्सा की उपलब्धता पर ध्यान दिए जाने की जरूरत बताते हुए कहा कि आयुष के क्षेत्र में निजी भागीदारी के साथ गुणवत्ता युक्त आयुष चिकित्सालयों की स्थापना पर भी ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही आयुष के क्षेत्र को बढावा देने के लिए जड़ी बूटी कृषकों के उत्पादों के विपणन के लिए उचित प्लेटफार्म की व्यवस्था बनाने के लिए निर्देशित किया।

सीएम धामी ने स्कूली छात्रों को आयुष संबंधी जानकारी दिए जाने के लिए आयुर्विधा कार्यक्रमों के संचालन में तेजी लाने के प्रयासों की जरूरत बताते हुए सभी स्कूलों में इसकी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने को कहा। इसके साथी ही आयुष नीति के प्रभावी क्रियान्वयन में भी शीघ्रता लाने के निर्देश दिए।

सीएमने आयुष के क्षेत्र में बेहतर कार्य संचालन के लिए वेलनेस केन्द्रों की स्थापना, आयुष सेवाओं के प्रमाणीकरण तथा आयुष चिकित्सकों एवं फार्मशिस्टों को प्रसिद्ध आयुष विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा। इससे आयुष चिकित्सा को जनता से जोडने में मदद मिलेगी।

आयुष नीति के तहत इन विषयों पर हो कार्य
सीएम ने कहा राज्य में आयुष नीति लागू की गई है। इसमें वेलनेस, स्वास्थ्य, आयुष उत्पादन, आयुष शिक्षा और शोध एवं औषधीय पादपों की खेती से संबंधित प्राविधान किये गए हैं। नीति में उच्च गुणवत्ता युक्त आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के उत्पादन को प्रोत्साहन किये जाने के लिए निर्देशित किया।

इसके अलावा गुड एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेज के अंतरराष्ट्रीय मानक का पालन किये जाने की अनिवार्यता, ड्रोन आधारित नवीनतम तकनीक का प्रयोग, PPP मोड पर कोल्ड स्टोरेज की स्थापना, औषधीय पादपों के विक्रेताओं तथा औषध-निर्माताओं को एक मंच पर लाए जाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म की स्थापना, औषधीय पादपों के लिए ‘एश्योर्ड बाय-बैक’ योजना, राज्य में अग्रणी निर्माताओं एवं प्रतिष्ठित विपणन एजेंसी के सहयोग से उत्तराखंड में उगाए जाने वाले प्रमुख औषधीय पादपों की ब्रांडिंग के लिए दिशा निर्देश दिए।

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