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लोहाघाट ब्लॉक के नेपाल सीमा से लगे रोसाल क्षेत्र में केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी ‘हर घर जल योजना’ को कुछ अधिकारी पलीता लगाते दिख रहे हैं। योजना के तहत जल संस्थान चंपावत के द्वारा क्षेत्र के लिए बोरिंग पेयजल योजना का निर्माण कार्य करवाया जा रहा था। लेकिन निर्माण कार्य करने वाला ठेकेदार लगभग छह महीने से कार्य को अधूरा छोड़कर फरार हो गए। जिस वजह से योजना अधर में लटकी हुई है।
ग्रामीणों के द्वारा कई बार जल संस्थान से योजना का निर्माण कार्य पूरा करने की मांग की गई। लेकिन किसी ने भी उनकी शिकायत का संज्ञान नहीं लिया। नतीजन ग्रामीणों का सड़क पर उतारकर जल संस्थान के खिलाफ प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ा। जल संस्थान के रवैए से आक्रोशित होकर क्षेत्र की महिलाओं ने रविवार को जल संस्थान के खिलाफ प्रदर्शन कर पेयजल योजना निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने की मांग की।
पेयजल के लिए मचा हाहाकार
महिलाओं ने कहा कि पिछले छह महीनों से क्षेत्र में बारिश नहीं हुई है। जिस कारण क्षेत्र के पेयजल स्रोत सूख चुके हैं। कई किलोमीटर दूर गधेरे में जाकर भी पानी नहीं मिल पा रहा है। उनके मवेशियों को कई दिनों तक पानी नहीं मिला है। क्षेत्र में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। बावजूद इसके कोई भी अधिकारी इसका संज्ञान नहीं ले रहे हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने जल संस्थान से जल्द कार्य पूरा करने की मांग की है।
महिलाओं ने दी चेतावनी
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मांग पूरी न होने पर डीएम कार्यालय में धरना देने की चेतावनी दी है। वहीं मामले को लेकर जल संस्थान के अभियंता पवन बिष्ट का कहना है कि योजना को मार्च तक पूरा कर दिया जाएगा। योजना में बोरिंग, टैंक निर्माण और लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। इलेक्ट्रिकल्स व मैकेनिकल का कार्य जल्द पूरा कर योजना को संचालित कर दिया जाएगा।