विभिन्न मांगों को लेकर चिकित्सकों ने किया काली पट्टी बांधकर विरोध, कार्य बहिष्कार की दी चेतावनी
उत्तराखंड प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के आवाहन पर सोमवार को उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. इसके साथ ही चार अक्टूबर को कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.
उत्तराखंड प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुखर हो गया है. सोमवार को चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. चिकित्सा अधीक्षक सोनाली मंडल और डॉ विराज राठी के नेतृत्व में चिकित्सकों ने नाराजगी व्यक्त की.
कार्य बहिष्कार की दी चेतावनी
डॉ राठी ने बताया कि संघ के निर्देशानुसार सभी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी इस विरोध में शामिल हुए. उन्होंने जानकारी दी कि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो तीन अक्टूबर तक काली पट्टी बांधकर विरोध जारी रहेगा. जबकि चार अक्टूबर को सभी चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार का फैसला लिया है.
केवल इमरजेंसी और पोस्टमार्टम सेवाएं रहेगी जारी
डॉ राठी ने जानकारी देते हुए बताया कि संघ के नेताओं की शासन से वार्ता चल रही है. यदि वार्ता सफल नहीं हुई यो चार अक्टूबर को सभी सरकारी अस्पतालों और कार्यालयों में डॉ ओपीडी, आईओपीडी और सर्जरी कार्य नहीं होंगे. हालांकि इमरजेंसी और पोस्टमार्टम सेवाएं अग्रिम नोटिस तक जारी रहेगी.
ये है चिकित्सकों की मांगें
चिकित्सकों ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें आश्वासन देने के बाद भी उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. सरकारी डॉक्टरों को डीपीसी और एसडीएपीसी का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसके साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए भी कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए हैं. जिसके चलते वो प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. चिकित्सकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो प्रदर्शन जारी रहेगा