बीते दिन गणतंत्र दिवस से पहले यानी 25 जनवरी 2025 (Padma Award 2025) को केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार 2025 के विजेताओं की घोषणा की है। इस बार कुल 139 हस्तियों को ये सम्मान मिलेगा। जिनमें 7 को पद्म विभूषण, 113 को पद्म श्री और 19 को पद्म भूषण से नवाजा जाएगा। ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, विज्ञान, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिए जाते है।
ब्राजील के वेदांत गुरू से लेकर कुवैत की योग टीचर तक
गृह मंत्रालय के अनुसार कुवैत की Padma Award 2025 से योग टीचर शेख ए.जे. अल सबा और उत्तराखंड के ट्रैवल ब्लॉगर दंपत्ति ह्यूग और कोलीन गैंटजर को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा भक्ति गायक भेरू सिंह चौहान, पत्रकार भीम सिंह भावेश, उपन्यासकार जगदीश जोशीला, सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए कार्यरत नीरजा भाटला, और कई अन्य प्रसिद्ध शख्सियतों को पद्म श्री पुरस्कार मिलेगा।
इस सम्मान के लिस्ट में नागालैंड के फल किसान एल हैंगथिंग, पुडुचेरी के वादक पी दत्चानमूर्ति, मध्य प्रदेश के सामाजिक उद्यमी सैली होलकर और मराठी लेखक मारुति भुजंगराव चितमपल्ली सहित कई अन्य महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं।
इन महान शख्सियतों को किया जाएगा सम्मानित (Padma Award 2025 Winners List)
- जगदीश जोशीला: साहित्य एवं शिक्षा (निमाड़ी) मध्य प्रदेश.
- जोनास मसेटी: आध्यात्मिकता, ब्राजील के वेदांत गुरु.
- पी. दत्चनमूर्ति: कला (संगीत), थाविल, पुडुचेरी.
- नीरजा भाटला: मेडिसिन (स्त्री रोग), दिल्ली.
- शेखा ए जे अल सबा: चिकित्सा (योग) कुवैत.
- ह्यूग और कोलीन गैंट्ज़र: साहित्य और शिक्षा, यात्रा, उत्तराखंड.
- हरिमन शर्मा: कृषि, सेब, हिमाचल प्रदेश.
- नरेन गुरुंग: कला-गायन (लोक-नेपाली), सिक्किम.
- हरविंदर सिंह: खेल (दिव्यांग), तीरंदाजी, हरियाणा.
- विलास डांगरे: चिकित्सा, होम्योपैथी, महाराष्ट्र.
- भेरू सिंह चौहान: कला (गायन) निर्गुण, मध्य प्रदेश.
- जुमदे योमगाम गैमलिम: सामाजिक कार्य, अरुणाचल प्रदेश.
- एल हैंगथिंग: अन्य (कृषि) फल, नागालैंड.
- वेंकप्पा अम्बाजी सुगतेकर: आर्ट (वोकल्स) फोल्ड, गोंधली, कर्नाटक.
- भीम सिंह भावेश: सामाजिक कार्य, दलित, बिहार.
इन हस्तियों के नाम भी शामिल
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा के दौरान कई महान हस्तियों के नाम सामने आए हैं। इनमें गोकुल चंद्र दास (पारंपरिक वादक), वेलू आसान (पारंपरिक वादन), भीमावा डोड्डाबालप्पा (छाया चित्रण), परमार लावजीभाई नागजी भाई (बुनकरी), विजयलक्ष्मी देशमाने (कैंसर के खिलाफ जंग), चेतराम देवचंद पवार (वन रोपण), पांदी राम मांडवी (वाद्य यंत्र निर्माता), राधा बहन भट्ट (महिला सशक्तीकरण), और सुरेश सोनी (कुष्ण रोगियों की सेवा) जैसे नाम शामिल हैं। ये पुरस्कार हर साल गणतंत्र दिवस के पहले दिन की पूर्व संध्या पर घोषित किए जाते हैं।