प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल छह हजार रूपए मिलते हैं। हर चार साल के अंतराल में किसानों को दो हजार रूपए की किश्त दी जाती है। लेकिन ई-केवाईसी न करने के कारण इस बार उत्तराखंड के एक लाख से भी ज्यादा किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पैसे नहीं मिल पाए हैं।
उत्तराखंड में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाले रूपए इस बार एक लाख से ज्यादा किसानों को नहीं मिल पाए। जिसके पीछे कारण ई-केवाईसी न करना और आधार नंबर, बैंक खाता और जमीन के रिकॉर्ड में जानकारी समान ना होना है। फिलहाल प्रदेश के 771567 किसानों को ही योजना के तहत रूपए मिल पा रहे हैं।
किसानों को जागरूक करने के लिए लगाए जाएंगे शिविर
प्रदेश में किसानों को ई-केवाईसी के लिए जागरूक करने के लिए शिविर लगाए जाएंगे। आपको बता दें कि साल 2018 में केंद्र सरकार ने किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की थी। उत्तराखंड में इस यौजना में नौ लाख से ज्यादा किसान पंजीकृत हैं।
इस योजना का लाभ कई अपात्र भी ले रहे थे। इसी लिए केंद्र सरकार ने दस्तावेजों का सत्यापन के लिए ई-केवाईसी शुरू किया था। इसमें किसान का आधार नंबर, बैंक खाता संख्या, जमीन से संबंधित खाता खतौनी व खसरा नंबर का सत्यापन किया जा रहा था।
जानें कैसे करवाएं पीएम किसान e-KYC
ई-केवाईसी करवाने के लिए सबसे पहले आपको पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा।
होम पेज में आपको ई-केवाईसी ऑप्शन मिलेगा इस पर क्लिक करें।
इसके बाद अपना आधार कार्ड नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें और सर्च पर क्लिक करें।
इसके बाद अपना आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर डालें।
आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा इसे संबेधित स्थान पर दर्ज करें।
इसके बाद इसे सबमिट कर लें।
बता दें कि आप ई-केवाईसी खुद भी कर सकते हैं और अपने पास के सीएससी सेंटर जाकर भी करवा सकते हैं।