


देहरादून- हिमालयन अस्पताल ने युवती के पेट से 26.2 किलो का ट्यूमर निकालकर उसे नया जीवन दिया है। अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की डॉ. वंदना राजपूत और उनकी टीम ने यह सफल सर्जरी की। जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की वरिष्ठ चिकित्सका डॉ. वंदना राजपूत ने बताया कि देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र की 17 वर्षीय युवती पिछले एक वर्ष से पेट में बढ़ते सूजन से पीड़ित थी।
पिछले चार महीनों से उसे सांस लेने में कठिनाई और आंतों से संबंधित लक्षण भी महसूस हो रहे थे। कई अस्पतालों में इलाज करवाने के बावजूद कोई स्पष्ट उपचार नहीं मिल पाया।
इसके बाद परिजनों के साथ हिमालयन अस्पताल आए। जिसके बाद मरीज का अस्पताल में मौजूद अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों के तहत उच्च तकनीक मशीनों के माध्यम से अल्ट्रासाउंड और एमआरआई करवाया गया।
जांच में एक विशाल अंडाशयी ट्यूमर का पता चला। उन्होंने अस्पताल की विशेषज्ञ टीम के साथ मिलकर सर्जरी की योजना बनाई। सर्जरी से युवती के पेट से 26.2 किलोग्राम वजनी का विशालकय ट्यूमर निकालकर नया जीवन दिया। युवती पूरी तरह स्वस्थ्य है। परिवार ने भावुक होकर चिकित्सकीय टीम के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया।
उत्तराखंड में पहला मामला
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. वंदना राजपूत ने बताया कि युवती के पेट से 26.2 किलोग्राम का ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला गया, यह उत्तराखंड में अब तक का सबसे बड़ा दर्ज किया गया ट्यूमर है।
सर्जरी करने वाली टीम इस टीम में डॉ. वंदना राजपूत, डॉ. प्रज्ञा खुगशाल, रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. शबाना, डॉ. शिवानी, एनिस्थिसिया से डॉ. कनिका सचदेवा व टीम और नर्सिंग स्टाफ परमिंदर शामिल रही। एसआरएचयू के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने चिकित्सकीय टीम को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि यह असाधारण सर्जरी हमारे चिकित्सा संस्थान की उच्चतम गुणवत्ता और मानवीय संवेदनाओं का प्रतीक है। यह उपलब्धि न केवल स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय की चिकित्सा क्षमताओं को दर्शाती है, बल्कि जटिल स्त्री रोग संबंधी समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के लिए आशा की एक किरण भी है।